पाकिस्तानी नाव से 602 करोड़ की 86 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी गई, कोस्टगार्ड और गुजरात एटीएस को मिली बड़ी कामयाबी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 29, 2024 01:05 PM2024-04-29T13:05:17+5:302024-04-29T13:07:31+5:30
भारतीय तट रक्षक और गुजरात एटीएस टीम ने जांच के लिए जहाज पर चढ़ने की कोशिश की लेकिन लेकिन संदिग्ध नाव के चालक दल ने इसमें बाधा डाली और भागने की कोशिश की। जहाज को रोकने के लिए गोली चलानी पड़ी।
नई दिल्ली: भारतीय अधिकारियों ने एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव से भारी मात्रा में ड्रग्स की खेप पकड़ी है। अधिकारियों ने संदेह के आधार पर कार्ऱवाई की। तलाशी के बाद 78 पेटी हेरोइन जब्त की गई जिसका वजन लगभग 86 किलोग्राम था। यह मौजूदा लोकसभा चुनावों के दौरान नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) की सबसे बड़ी जब्ती है। गुजरात एटीएस ने एक बयान में कहा है कि समुद्र के बीच में यह अभियान गुजरात एटीएस, भारतीय तट रक्षक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया था।
#WATCH | Indian Coast Guard undertook an intelligence-based anti-narcotics operation at sea on 28th April. Approx 86 kg of narcotics worth Rs 600 crore has been apprehended along with 14 crew from the Pakistani boat. The operation was the epitome of inter-agency coordination… https://t.co/lOf00hlYKbpic.twitter.com/ollnrge5ge
— ANI (@ANI) April 28, 2024
गुजरात एटीएस के बयान में कहा गया है कि लोकसभा चुनावों के लिए देश में एमसीसी लागू होने के कारण, राज्य में सभी प्रवर्तन एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के पुलिस अधीक्षक केके पटेल को सूचना मिली कि हाजी असलम उर्फ बाबू बलूच नाम का एक पाकिस्तानी ड्रग ऑपरेटिव कराची बंदरगाह से भारत में हेरोइन या मेथमफेटामाइन जैसे मादक पदार्थ भेजने वाला है। एटीएस को ये भी पता था कि ये ड्रग्स एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव, 'अलरज़ा' के माध्यम से भेज रहा है जिसका पंजीकरण संख्या 339-BB-BFD है। इसके बाद संयुक्त रूप से अभियान चलाया गया।
Indian Coast Guard undertook an intelligence-based anti-narcotics operation at sea on 28th April. Approx 86 kg of narcotics worth Rs 600 crore has been apprehended along with 14 crew from the Pakistani boat. The operation was the epitome of inter-agency coordination wherein the… pic.twitter.com/9p4jJAmeeY
— ANI (@ANI) April 28, 2024
नाव को 25 अप्रैल और 26 अप्रैल की मध्यरात्रि में पोरबंदर तट के पास आईएमबीएल के पास भारतीय जलक्षेत्र में प्रतिबंधित सामग्री पहुंचानी थी। इसके बाद लाई गई हेरोईन को तमिलनाडु में एक ठिकाने तक पहुंचाना था। तमिलनाडु से इसे आगे श्रीलंका स्थित ड्रग ऑपरेटरों तक पहुंचाया जाना था।
जानकारी के आधार पर, गुजरात एटीएस और भारतीय तट रक्षक की एक संयुक्त टीम ने आईसीजीएस राजरतन पर सवार होकर पोरबंदर से एक ऑपरेशन शुरू किया। आधी रात में, पोरबंदर, गुजरात से 180 नॉटिकल मील दूर भारतीय जल क्षेत्र में एक संदिग्ध जहाज की पहचान की।
भारतीय तट रक्षक और गुजरात एटीएस टीम ने जांच के लिए जहाज पर चढ़ने की कोशिश की लेकिन लेकिन संदिग्ध नाव के चालक दल ने इसमें बाधा डाली और भागने की कोशिश की। जहाज को रोकने के लिए गोली चलानी पड़ी। नाव के मालिक, नज़ीर हुसैन आज़म खान, उम्र 62 वर्ष, को समुद्र के बीच में ऑपरेशन के दौरान गोली लगी। उसे अस्पताल भेजा गया। पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव, 'अलरज़ा' में 14 चालक दल के सदस्य थे जो सभी पाकिस्तानी नागरिक हैं। आगे की कानूनी प्रक्रियाओं के लिए नाव और चालक दल को पोरबंदर लाया गया। तलाशी में हेरोइन के 78 बक्से बरामद किए, जिनका वजन लगभग 86 किलोग्राम था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमत लगभग 602 करोड़ रुपये है।