सनातन धर्म पर टिप्पणी करना उदयनिधि स्टालिन व 14 अन्य को पड़ा भारी, सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस
By मनाली रस्तोगी | Published: September 22, 2023 02:25 PM2023-09-22T14:25:00+5:302023-09-22T14:25:53+5:30
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सनातन धर्म पर टिप्पणियों को लेकर तमिलनाडु सरकार के मंत्रियों उदयनिधि स्टालिन, ए राजा और 14 अन्य को नोटिस जारी किया।
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सनातन धर्म पर टिप्पणियों को लेकर तमिलनाडु सरकार के मंत्रियों उदयनिधि स्टालिन, ए राजा और 14 अन्य को नोटिस जारी किया। अदालत ने सनातन धर्म को खत्म करने वाली टिप्पणी के लिए उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ एफआईआर की मांग वाली याचिका पर नोटिस जारी किया है। 14 अन्य लोगों में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और तमिलनाडु पुलिस भी शामिल है।
कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार, उदयनिधि स्टालिन, सीबीआई, ए राजा और अन्य पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसे हेट स्पीच मामले से जोड़ने से इनकार कर दिया है। उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करने के बाद विवाद खड़ा कर दिया और कहा कि इसका सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इसे खत्म किया जाना चाहिए।
'सनातन उन्मूलन सम्मेलन' में बोलते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। उन्होंने कहा, "कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें ही खत्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है। ऐसे ही हमें सनातन को मिटाना है।"
उन्होंने ये भी कहा, "सनातन का विरोध करने की बजाय उसे ख़त्म करना चाहिए। सनातन नाम संस्कृत से है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।"