सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने असदुद्दीन ओवैसी को बताया राष्ट्रवादी, लेकिन राष्ट्रहित में काम नहीं करने का लगाया आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: April 22, 2023 04:49 PM2023-04-22T16:49:54+5:302023-04-22T16:51:24+5:30
पटना में एक आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भाजपा के पूर्व सांसद ने 2024 के चुनाव में नीतीश कुमार की दावेदारी सहित कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि ओवैसी राष्ट्रवादी हैं लेकिन हम उसको कहते हैं कि तुम राष्ट्रहित में काम नहीं करते हो।
पटना: भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन( एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बारे बड़ी बात कह डाली है। उन्होंने कहा कि ओवैसी राष्ट्रवादी हैं लेकिन हम उसको कहते हैं कि तुम राष्ट्रहित में काम नहीं करते हो। वह बहुत ही बुद्धिशाली इंसान है, पढ़ा- लिखा है। मैं उसको मजाक में कहता हूं कि तुम राष्ट्रभक्त हो परंतु तुम राष्ट्र के हित में नहीं हो।
सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने कहा कि ओवैसी मुझसे पूछते भी है कि इसमें फर्क क्या है तो मैंने बताया कि तुम किसी दुश्मन के पक्ष में नहीं हो। लेकिन जैसा हमारा देश बनना चाहिए उसके विरोध में हो। स्वामी ने आगे कहा कि वो अपने वोट बैंक बनाने को लेकर ऐसा करता रहता है तो इस मामले में उसको कुछ भी नहीं कहा जा सकता। राजधानी पटना में एक आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भाजपा के पूर्व सांसद ने 2024 के चुनाव में नीतीश कुमार की दावेदारी सहित कई मुद्दों पर बात की।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि नीतीश कुमार जेपी आंदोलन से उनके दोस्त रहे हैं। उनसे मिलेंगे तो पूछेंगे कि हम उनकी क्या मदद कर सकते हैं। उसकी क्या पसंद है उसके बाद ही कुछ बोलूंगा। जब नीतीश कुमार के विपक्ष की ओर से पीएम कैंडिडेट की दावेदारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो अच्छी बात है। वहीं, 2024 में पीएम मोदी को चुनौती देने के सवाल का जवाब देते हुए इन्होंने कहा कि उनकी मर्जी है, नीतीश ने मुझसे कभी नहीं कहा कि मैं मोदी को टक्कर देना चाहता हूं तो मैं कैसे कुछ बोलूं उनसे पूछे बिना।
सुब्रह्मण्यम स्वामी का मानना है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून नहीं बल्कि कुछ अलग करना होगा। उनके अनुसार अगर देश में वैसा हो गया तो जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जो चिंताएं जताई जा रही हैं वह समाप्त हो जाएगी। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण आर्थिक प्रगति के साथ अपने आप हो जाती है। जिस दर से हमारी जनसंख्या पिछले 50 सालों में बढ़ी उससे बहुत कम गति से आज बढ़ रही है। जनसंख्या नियंत्रण का इलाज तो एक ही है कि आर्थिक प्रगति को 10 प्रतिशत कर दिया जाए। अगर ऐसा हुआ तो जनसंख्या खुद कम हो जायेगी।