BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने वहाबी सुन्नी मुस्लिम को बताया पागल, कहा- शिया, बोहरा, अहमदिया शांतिप्रिय हैं, तभी तो राम मंदिर....
By अनुराग आनंद | Published: March 1, 2020 01:41 PM2020-03-01T13:41:00+5:302020-03-01T13:41:46+5:30
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि शिया, बोहरा, अहमदिया आदि समाज के मुस्लिम शांतिप्रिय हैं।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है। स्वामी ने देश भर में मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा सीएए के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच कहा कि देश के वहाबी सुन्नी मुस्लिम पागल हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिया, बोहरा, अहमदिया आदि समाज के मुस्लिम शांतिप्रिय हैं, तभी तो राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को आसानी से मान गए।
CAA पर बात करने की सुब्रमण्यम स्वामी ने दी थी चुनौती-
इससे पहले बुधवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) देश में रहने वाले मुसलमानों को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करेगा और यह उन धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए लाया गया है जो तीन पड़ोसी देशों से आए हुए हैं। हैदराबाद विश्वविद्यालय में ‘नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019: समकालीन राजनीति से परे एक ऐतिहासिक अनिवार्यता’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में स्वामी ने सीएए पर गलत जानकारियां फैलाए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने विपक्षी कांग्रेस नेताओं को इस मामले पर सार्वजनिक बहस के लिए आमंत्रित किया है।
We use “Muslim” too loosely. A large part of Muslims in India are peace loving and Hindu friendly. Thus Shias, Bohra, Khojas, Ahmediyas, etc., should not be lumped with the mad Wahabi Sunni Muslims. See how peacefully these have accept Ram Mandir verdict!
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 1, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस के लोगों को मेरे साथ बहस करने की चुनौती देता हूं। वे टेलीविजन पर (कानून के खिलाफ) जो बात कह रहे हैं, वे सभी बकवास हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय नागरिक के तौर पर भारत में रहने वाले मुसलमानों को इससे डरने की कोई जरुरत नहीं है। कोई उनसे नागरिकता नहीं छीन सकता।’’
GST को सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया था पागलपन-
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने महत्वपूर्ण कर सुधार माने जा रहे माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को पिछले दिनों 21वीं सदी का सबसे बड़ा पागलपन बताया था। उन्होंने कहा था कि देश को 2030 तक ‘महाशक्ति’ बनने के लिये सालाना 10 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ आगे बढ़ना होगा।
स्वामी ने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव को उनके कार्यकाल में किये गये सुधारों के लिये देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ दिये जाने की भी मांग की थीं। सुब्रमण्यम स्वामी यहां प्रज्ञा भारती द्वारा ‘‘भारत- वर्ष 2030 तक एक आर्थिक महाशक्ति’’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि समय समय पर हालांकि, देश ने आठ प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर हासिल की है लेकिन कांग्रेस नेता द्वारा आगे बढ़ाये गये सुधारों में आगे कोई बेहतरी नहीं दिखाई दी। स्वामी ने कहा, ‘‘ऐसे में हम उस 3.7 प्रतिशत (निवेश इस्तेमाल के लिये जरूरी दक्षता कारक) को कैसे हासिल करेंगे।
इसके लिए एक तो (हमें जरूरत है) भ्रष्टाचार से लड़ने की और दूसरे निवेश करने वालों को पुरस्कृत करने की जरूरत है। आप उन्हें (निवेशकों को) आयकर और जीएसटी, जो कि 21वी सदी का सबसे बड़ा पागलपन है, इसके जरिये आतंकित मत किजिये।’’
राज्य सभा सांसद ने कहा कि जीएसटी इतना जटिल है कि कोई भी यह नहीं समझ पा रहा है कि कहां कौन सा फार्म भरना है। और वे चाहते हैं कि इसे कंप्यूटर पर अपलोड किया जाये। स्वामी ने निवेश के मामले में दक्षता स्तर में सुधार के मुद्दे पर कहा, ‘‘कोई राजस्थान, बाड़मेर से आया ... उसने कहा हमारे पास बिजली नहीं है, हम कैसे इसे अपलोड करें? इस पर मैंने उससे कहा कि इसे अपने माथे पर अपलोड कर लो और प्रधानमंत्री के पास जाकर उन्हें कहो।’’