उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाडे़ कथित रूप से हत्या कर दी गयी। पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने तिवारी पर चाकू से वार किए और गोली भी मारी।
गंभीर रूप से जख्मी तिवारी को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसका खुलासा भी हुआ है कि वह आईएसआईएस (ISIS) के निशाने पर था। 2017 में गुजरात एटीएस ने ISIS के उबैद मिर्ज़ा और कासिम को गिरफ्तार किया था। गुजरात एटीएस के अलावा सेंट्रल एजेंसी ने भी आतंकियों से पूछताछ की थी। दोनों आतंकियों ने पूछताछ में कमलेश तिवारी का नाम लिया था। उबैद और कासिम को उनके हैंडलर ने वीडियो दिखाकर कमलेश तिवारी को मारने के लिए कहा था।
भगवा कपड़े पहने हमलावर मिठाई के डिब्बे में चाकू, कट्टा लेकर आए खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के दफ्तर में घुसे थे। हमलावरों ने मिठाई का डब्बा खोला और गर्दन रेतकर उनकी हत्या कर दी। हमलावरों की पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। सीसीटीवी कैमरे में कैद वारदात के मुताबिक हमलावरों ने कमलेश तिवारी की ठोड़ी और सीने में चाकू से 15 से ज्यादा वार किए। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार हमलावर नाका थानाक्षेत्र के खुर्शेदबाग में तिवारी के आवास पर बने कार्यालय में गये और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गये। इस बीच प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि हत्यारे करीब 30 मिनट से अधिक समय तिवारी के साथ रहे।
ऐसा लगता है कि किसी परिचित ने इसे अंजाम दिया है। सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से अहम सुराग हासिल हुए हैं और पुलिस मामले का जल्द ही खुलासा करेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि हत्यारों की धरपकड़ के लिए पुलिस की दस टीमें लगायी गयी हैं । उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आपसी रंजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया गया है। मौके पर एक असलहा बरामद हुआ है। इस बीच तिवारी की हत्या से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया । एहतियातन क्षेत्र की दुकानें बंद करा दी गयीं हैं।