कोर्ट ने शेहला रशीद के पिता और मीडिया को लताड़ा, निजी सामग्री प्रकाशित करने पर लगाई रोक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 23, 2020 05:04 PM2020-12-23T17:04:53+5:302020-12-23T17:15:37+5:30
शेहला, उनकी मां जुबेदा अख्तर और बहन अस्मा रशीद ने एक मुकदमा दायर किया था जिसमें कहा गया था कि अब्दुल रशीद शोरा उन्हें "राष्ट्र-विरोधी तत्व" कहकर झूठे और भद्दे आरोप लगाकर उनकी प्रतिष्ठा को बदनाम कर रहे हैं।
श्रीनगर की एक अदालत ने शेहला रशीद के पिता और मीडिया को अपमानजनक सामग्री या उनके निजी जीवन के बारे में प्रकाशित करने से रोक दिया है। सुनवाई के दौरान जज फैयाज अहमद कुरैशी की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि शेहला रशीद के खिलाफ प्रकाशित हुई सामग्री ने उनकी मां और बहन ने निजता के अधिकार का उल्लंघन किया है और गरिमा के साथ जीने के उनके अधिकार का भी उल्लंघन किया है किया है।
बता दें कि शेहला, उनकी मां जुबेदा अख्तर और बहन अस्मा रशीद ने एक मुकदमा दायर किया था जिसमें कहा गया था कि अब्दुल रशीद शोरा उन्हें "राष्ट्र-विरोधी तत्व" कहकर झूठे और भद्दे आरोप लगाकर उनकी प्रतिष्ठा को बदनाम कर रहे हैं। इसके साथ ही शेहला ने कुछ मीडिया आउटलेट्स, फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब लिंक्स को कोर्ट में दिखाया। इसपर अदालत ने कहा कि मीडिया आउटलेट्स को किसी भी व्यक्तिगत सामग्री को प्रकाशित नहीं करना चाहिए, इससे शेहला को उत्पीड़न, पीड़ा और दर्द हो सकता है या वह अपमानजनक हो सकती है।
बीते दिनों अब्दुल रशीद शौरा ने सोमवार को अपनी बेटी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाते हुए कहा कि उन्हें अपनी ही बेटी से जान का खतरा है। उसने बताया कि उनकी बेटी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है। इसमें उनकी पत्नी जुबेदा शौर, बड़ी बेटी असमां रशीद और एक पुलिसकर्मी साकिब अहमद शामिल है। उन्होंने बताया कि साकिब को पीएसओ बताया जाता है।
पिता ने खुलासा करते हुए बताया कि वर्ष 2017 में उसकी बेटी एकदम से कश्मीर की राजनीति में आ गई थी। पहले वह नैशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई थी। उसके बाद जेकेपीएम में शामिल हुई थी। उन्होंने बताया कि टेरर फंडिंग मामले में पहले ही इंजीनियर रशीद और जुहूर वटाली गिरफ्तार हैं। इन नेताओं ने उनकी बेटी को नई पार्टी में शामिल होने के लिए तीन करोड़ रुपये के पैकेज की पेशकश की। शेहला के पिता का कहना है कि जून 2017 में इन दोनों नेताओं ने उसे वटाली के घर पर बुलाया था, जोकि श्रीनगर में है। इस पत्र को लेकर जांच शुरू करवाई गई है। आईजी कश्मीर अब इस मामले की जांच कर रहे हैं।