नेशनल हेराल्ड मामले में स्मृति ईरानी का राहुल गांधी पर गंभीर आरोप, कहा- खबर ना छपे इसलिए गए कोर्ट
By भारती द्विवेदी | Published: September 11, 2018 01:55 PM2018-09-11T13:55:18+5:302018-09-11T13:56:50+5:30
Smriti Irani Press Conference Updates, Highlights in Hindi: स्मृति ईरानी ने कहा है कि गांधी परिवार ने करोड़ों की कंपनी 50 लाख में खरीदी है। साथ ही कांग्रेस की नीतियों की वजह से बैंकों को घाटा हुआ है।
नई दिल्ली, 11 सितंबर: नेशनल हेराल्ड मामले में स्मृति ईरानीराहुल गांधी को लेकर तीखी टिप्पणी की है। स्मृति ईरानी ने प्रेस कांफ्रेस करके कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा है कि राहुल और सोनिया गांधी दोनों ही सवालों के घेरे में हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि राहुल इनकम टैक्स रोकने और मीडिया में खबर छापने से रोकने के लिए कोर्ट गए। गांधी परिवार हजारों करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने करोड़ों की कंपनी 50 लाख में खरीदी है। कांग्रेस की नीतियों की वजह से बैंकों को घाटा हुआ है।
रघुराम राजन के बयान पर बात करते हुए उन्होंने कहा है- 'कल कांग्रेस का बुरी तरह एक्सपोज गई। रघुराम राजन का बयान स्पष्ट रूप से साबित करता है कि कांग्रेस ही एनपीए में वृद्धि के लिए जिम्मेदार है। राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और सोनिया गांधी करदाता के पैसे गड़बड़ करना चाहते थे।'
The Congress was exposed yesterday. Raghuram Rajan's statement clearly proves that it is Congress who is responsible for increased NPA. Rahul Gandhi, Priyanka Vadra & Sonia Gandhi wanted to sabotage the taxpayer's money: Union Minister Smriti Irani pic.twitter.com/txfa5wTkeb
— ANI (@ANI) September 11, 2018
प्रेस कांफ्रेस के दौरान पत्रकारों द्वारा मेहुली चोकसी से जुड़े सवाल पूछने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा- 'ये सवाल जांच एंजेंसियों से पूछी जानी चाहिए। केंद्रीय मंत्री के तौर पर मुझे इस सवाल का जवाब नहीं देना है।'
This question should be asked to investigation agencies. As a cabinet minister, I must not reply to any such allegation: Union Minister Smriti Irani on being asked about Mehul Choksi pic.twitter.com/Vo7bWRGXPI
— ANI (@ANI) September 11, 2018
गौरतलब है कि सोमवार (10 सितंबर) को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन ने बैंकों के एनपीए के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था। रघुराम राजन ने संसदीय समिति को जवाब देते हुए कहा था कि बैंकों के अधिक नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट्स (NPA) के लिए बैंकर्स और आर्थिक मंदी के साथ फैसले लेने में यूपीए-एनडीए सरकारों ने सुस्ती दिखाई है। सबसे अधिक बैड लोन साल 2006-2008 के बीच यूपीए सरकार के समय में दिए गए हैं।