माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने पांच साल में दस करोड़ रोजगार देने के मोदी सरकार के वादे के उलट लाखों लोगों की आजीविका छीनने का दावा करते हुए सरकार पर अर्थव्यवस्था को तहस नहस करने का आरोप लगाया है.
येचुरी ने नोटबंदी के बाद साल दर साल रोजगार के अवसरों में गिरावट संबंधी मीडिया रिपोर्ट के हवाले से शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ''मोदी सरकार में अर्थव्यवस्था तहस नहस होने की बात अब स्थापित हो गई है. सरकार आंकड़ों को छुपाने की कितनी ही कोशिश कर ले, लेकिन सरकार के प्रचारतंत्र का तमाशा भी इस सच्चाई को नहीं छुपा सकता है.''
उन्होंने कहा कि दस करोड़ नए रोजगार देने के वादे के उलट मोदी सरकार ने सिर्फ लाखों भारतीयों की आजीविका छीनने की बात सुनिश्चित की है.
सीबीआई निदेशक पद से आलोक वर्मा को हटाने के सरकार के फैसले पर येचुरी ने कहा, ''जल्दबाजी में किए गए इस फैसले से साफ हो गया है कि जिन मामलों की जांच की फाइलें वर्मा की मेज पर थीं उनके तार सीधे तौर पर मोदी सरकार में 'शीर्ष लोगों' से जुड़े हैं.'' येचुरी ने एक अन्य ट्वीट में कहा ''यह घोर निराशा, घबराहट और भयभीत होकर उठाया गया कदम है. राफेल की हकीकत को कितना भी छुपाया जाए लेकिन सच जरूर सामने आएगा.''