सीधी पेशाब कांडः आरोपी के पिता ने कहा- सजा मेरे बेटे को मिले, मेरा मकान क्यों तोड़ दिया; हम कहां जाएं?
By अनिल शर्मा | Published: July 9, 2023 11:57 AM2023-07-09T11:57:25+5:302023-07-09T12:00:44+5:30
आरोपी के पिता रमाकांत- "मेरी मां 80 साल की विधवा हैं, हम चार भाई हैं। हमारी बहुएं, पत्नियां और तीन पोतियां हैं। हम कहां जाएं?"
सीधीःमध्य प्रदेश के सीधी में आदिवासी व्यक्ति दशमत रावत पर पेशाब करने वाले भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला के पिता ने प्रशासन द्वारा घर तोड़े जाने की घटना पर आपत्ति जताई है। आरोपी के पिता रमाकांत ने कहा कि ''मेरा घर ध्वस्त कर दिया गया, मेरा पूरा परिवार सड़क पर आ गया है।" उन्होंने कहा कि उसका एक रुपया भी इसमें नहीं लगा है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें आदिवासी दशमत पर प्रवेश शुक्ला शराब के नशे में पेशाब करते देखा गया था। मुख्यमंत्री शिवराज ने घटना की निंदा की और आरोपी पर एनएसए के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया। उन्होंने पीड़ित से इसके लिए माफी मांगी और 5 लाख रुपए मुआवजा दिया।
प्रवेश की गिरफ्तार के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए उसके घर के कुछ हिस्सों को तोड़ दिया, जहां उसका परिवार रहता था। क्विंट से बात करते हुए प्रवेश शुक्ला के पिता ने बेटे की हरकत की निंदा की और कहा कि प्रवेश को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। रमाकांत ने घर तोड़े जाने पर आपत्ति जताई।
बकौल आरोपी के पिता रमाकांत- "मेरी मां 80 साल की विधवा हैं, हम चार भाई हैं। हमारी बहुएं, पत्नियां और तीन पोतियां हैं। हम कहां जाएं?" द क्विंट से बातचीत में उन्होंने आगे कहा, " उसने (प्रवेश) घर बनाने में एक पैसा भी योगदान नहीं दिया, न ही उसके पास कोई जमीन या संपत्ति है; हमने यह घर हमारे पिता/दादाओं की संपत्ति से आए पैसे से बनाया है।" पिता ने कहा कि प्रशासन ने घर न तोड़ने की उनकी गुहार नहीं सुनी।
प्रवेश शुक्ला, जो कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक केदारनाथ शुक्ला के सहयोगी है, को 4 जुलाई की रात को गिरफ्तार किया गया था। उसपर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।