उपचुनाव के झटके ने सरकार को ईंधन पर से कर कम करने के लिये मजबूर किया : खादर
By भाषा | Updated: November 6, 2021 19:03 IST2021-11-06T19:03:50+5:302021-11-06T19:03:50+5:30

उपचुनाव के झटके ने सरकार को ईंधन पर से कर कम करने के लिये मजबूर किया : खादर
मैंगलुरु, छह नवंबर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री यू टी खादर ने शनिवार को कहा कि हाल के उपचुनावों में मिली हार के बाद केंद्र और राज्य सरकारों को ईंधन की कीमतों पर कर में मामूली कमी करने के लिये बाध्य होना पड़ा है ।
खादर ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पेट्रोल की कीमतों में मामूली कमी अस्थायी रूप से लोगों को शांत करने के लिए है जो भाजपा के शासन से नाराज हैं।
उन्होंने कहा कि अगर पेट्रोल की कीमतों को 70 रुपये तक पहुंचने में 70 साल लगते हैं, तो भाजपा सरकार को 100 रुपये का आंकड़ा पार करने में केवल सात साल लगे।
उन्होंने कहा कि ईंधन की कीमतें सरकार के नियंत्रण में नहीं होने का दावा करने वाली केंद्रीय वित्त मंत्री ने अब सरकार के दोहरे खेल का पर्दाफाश कर दिया है।
खादर ने कहा कि वह चाहते हैं कि सरकार आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों को कम करने के लिए भी कदम उठाए।
वी डी सावरकर के नाम पर सुरतकल में एक चौक का नाम रखने के भाजपा विधायक भरत वाई शेट्टी के प्रस्ताव पर जारी विवाद पर, खादर ने कहा कि समय की जरूरत है कि सर्कल का नाम बदलने की बजाय सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा की जाए।
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