Shivdeep Wamanrao Lande: 'रन फॉर सेल्फ' के बैनर तले काम करेंगे महाराष्ट्र के लाल शिवदीप वामनराव लांडे?, पटना में नई पारी का ऐलान
By एस पी सिन्हा | Updated: February 28, 2025 17:28 IST2025-02-28T17:27:29+5:302025-02-28T17:28:11+5:30
Shivdeep Wamanrao Lande: शिवदीप वामनराव लांडे ने अपनी पत्नी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार के युवा देश के हर क्षेत्र में आगे बढ़कर काम कर रहे हैं।

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पटनाः बिहार में कड़क और तेजतर्रार आईपीएस के रूप में सेवा दे चुके महाराष्ट्र के लाल शिवदीप वामनराव लांडे ने शुक्रवार को अपनी नई पारी का ऐलान करते हुए कहा कि 'रन फॉर सेल्फ' के बैनर तले वे बिहार में काम करेंगे। हालांकि, इसे उन्होंने फिलहाल राजनीतिक पहल नहीं कहा। लांडे ने कहा कि वे सिर्फ बिहार की बेहतरी के लिए काम करेंगे। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनके इस पहल का मकसद राजनीतिक है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ बिहार के दिशा और दशा को बदलने के लिए काम करना है। लांडे ने ऐलान किया कि वे अपनी नई पहल मुंगेर से शुरू करेंगे।
उनका अभियान 4 मार्च से शुरू होगा। मुंगेर से ही आईपीएस सेवा की शुरुआत की थी अब वहीं से नई शुरुआत भी करेंगे। शिवदीप वामनराव लांडे ने अपनी पत्नी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार के युवा देश के हर क्षेत्र में आगे बढ़कर काम कर रहे हैं। बिहार के युवा उनसे उम्मीद रखते हैं। इसलिए वे बिहार के युवाओं से मिलने के लिए उनके बीच जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब हम पहले फिट होंगे तभी सबको फिट रख सकते हैं। फिजिकल, मेंटल दोनों तरह से फिट रहना होगा। लांडे ने कहा कि जब पटना से उनका तबादला हुआ था, उस समय पटना के युवा उनके लिए रोये थे। इसलिए अब उनके आंसू का कर्ज चुकायेंगे। उन्होंने कहा कि जिस माटी ने मुझे पहचान दी उसके साथ में गद्दारी नहीं कर सकता।
इसलिए युवाओं के साथ मिलकर बिहार के लिए काम करना है। शिवदीप वामनराव लांडे ने कहा कि उनके लिए धर्म, क्षेत्र, जाति जैसी चीजें मायने नहीं रखती। सेवा में रहते हुए भी वे वही करते रहे। अब बिहार के लिए सीधे युवाओं से बात करना है। इसके लिए एक ऐप डेवलप किया गया है, जिसमें लोग अपनी बात रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार के दशा और दिशा को सुधरने के लिए निकले हैं। लांडे ने कहा कि मैंने खाकी वर्दी छोड़ी है, लेकिन अंदर से आज भी खाकी में हूं। हमें अब सिर्फ बिहार को बदलने के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि वे निस्वार्थ सेवा करने निकले हैं। इसमें किसी प्रकार के सियासी या अन्य प्रकार की बातों को उन्होंने नकारा।
बता दें कि महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले शिवदीप वामनराव लांडे 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। बिहार में अपने कार्यकाल के दौरान वे कई बार अपने अनोखे अंदाज के कारण सुर्खियों में रहे। उन्होंने 19 सितंबर 2024 को आईपीएस पद से इस्तीफा दिया था। उस समय वे पूर्णिया के आईजी पद पर तैनात थे। 6 सितंबर को ही उन्होंने इस पद का कार्यभार संभाला था।
उनके इस्तीफे को लेकर अटकलें थीं कि वे अपना फैसला वापस ले सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। राष्ट्रपति द्वारा इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद 29 जनवरी को लांडे ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था, "जल्द आप लोगों के बीच आ रहा हूं।" वहीं, 6 फरवरी को उन्होंने अपनी वर्दी की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "वर्दी एक युवा मन का सपना होती है, लेकिन सतत-समर्पित सेवा के बाद चमड़ी ही वर्दी बन जाती है। नौकरी से आगे निकलकर बिहार की आबो-हवा में मिलने का वक्त आ गया है।
कहानी का एक अंक संपन्न हुआ, दूसरे का आगाज।" इसके बाद 11 फरवरी को उन्होंने एक और पोस्ट में लिखा, "एक कदम माटी के कर्ज की ओर।" इस पोस्ट में वे नदी किनारे खड़े होकर सूर्य को प्रणाम करते नजर आए, जबकि बैकग्राउंड में बिहार का नक्शा बना हुआ था।