धीरेंद्र शास्त्री के बिहार दौरे से महागठबंधन में मची खलबली, शिवानंद तिवारी ने कहा- बाबा ने एक झटके में बिहार के 5 करोड़ लोगों को...
By एस पी सिन्हा | Updated: May 18, 2023 16:13 IST2023-05-18T16:10:58+5:302023-05-18T16:13:59+5:30
शिवानंद तिवारी ने कहा कि बागेश्वर धाम के 27 वर्षीय युवा बाबा ने जाहिर कर दिया कि लालू यादव और नीतीश कुमार भले ही संविधान बचाओ का शोर मचाते रहें। लेकिन अपने एक वाक्य से धीरेन्द्र शास्त्री ने पांच करोड़ लोगों को अपने खेमे में बहाल कर लिया।

धीरेंद्र शास्त्री के बिहार दौरे से महागठबंधन में मची खलबली, शिवानंद तिवारी ने कहा- बाबा ने एक झटके में बिहार के 5 करोड़ लोगों को...
पटनाः बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के बिहार से जाने के बाद भी सियासत जारी है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि भाजपा बिहार जीतने के लिए धीरेंद्र शास्त्री को आगे कर रही है। उन्होंने कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार संविधान बचाने की बात कर रहे हैं और भाजपा हिंदुत्व। उन्होंने कहा कि बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री बिहार जैसे राज्य में अपना काम कर गए हैं। राजद नेता ने यह भी कहा कि बिहार में धीरेंद्र शास्त्री को अपना दिव्य दरबार लगाने और पर्ची निकालने के पीछे मकसद क्या था?
शिवानंद तिवारी ने कहा कि बागेश्वर धाम के 27 वर्षीय युवा बाबा ने जाहिर कर दिया कि लालू यादव और नीतीश कुमार भले ही संविधान बचाओ का शोर मचाते रहें। लेकिन अपने एक वाक्य से धीरेन्द्र शास्त्री ने पांच करोड़ लोगों को अपने खेमे में बहाल कर लिया। उन्होंने कहा कि बाबा धीरेंद्र शास्त्री के सामने हाथ जोड़े भाजपा के नेताओं की कतार लगी रही। उसके पीछे की वजह यही है कि बाबा को आगे रखकर भाजपा बिहार को फतह करना चाहती है।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि बाबा धीरेंद्र शास्त्री अपना अगला दिव्य दरबार गया में लगाएंगे और वहां भी पर्ची निकालेंगे। यानी भाजपा धीरेंद्र शास्त्री को आगे रखकर बिहार को फतह करने की दिशा में पूरी तैयारी के साथ उतर चुकी है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के मंच पर और उनकी कथा सुनने आए लाखों लोग देश को हिंदू राष्ट्र में परिवर्तित करना चाहते हैं।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि आज जब देश में संविधान है। हमारा संविधान नागरिकों के बीच किसी प्रकार के भेदभाव की इजाजत नहीं देता है। इसके बावजूद हर क्षेत्र में कई प्रकार के भेदभाव मौजूद है। उन्होंने कहा कि अगर संविधान को मिटाकर देश को हिंदू राष्ट्र के रूप में रूपांतरित कर दिया गया तो वंचित समाज के लोगों की स्थिति गुलामों से भी बदतर होगी।