दशहरा रैली के लिए शिवसेना के ठाकरे गुट और शिंदे गुट में मचा घमासान, शिवाजी पार्क पर दोनों ने ठोंका दावा, बीएमसी के हाथ-पैर फूले
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 2, 2022 07:17 PM2022-09-02T19:17:39+5:302022-09-02T19:25:47+5:30
मुंबई के शिवाजी पार्क में शिवसेना की ओर से हर साल आयोजित होने वाली दशहरा रैली के लिए इस बार बृहन्मुंबई महानगरपालिका को उद्धव ठाकरे गुट और शिंदे गुट का दो-दो आवेदन प्राप्त हुए हैं।
मुंबई: शिवसेना का उद्धव गुट और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट आने वाली दशहरा पर शिवसेना की ओर से आयोजित होने वाली रैली के लिए शिवाजी पार्क पर अपना-अपना दावा ठोंक रहे हैं। जानकारी के अनुसार बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) को दोनों गुटों की ओर से दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क की 'बुकिंग' का आवेदन मिला है।
इस संबंध में बीएमसी की ओर से शुक्रवार को कहा कि उसे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के गुट वाली शिवसेना और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट की ओर से दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क को "बुक" करने के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं।
बीएमसी के अधिकारी ने कहा, "हमें पिछले महीने दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग के लिए दो आवेदन प्राप्त हुए हैं। पहला आवेदन 22 अगस्त को शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट का है। वहीं अब गणेश उत्सव से ठीक पहले शिंदे गुट ने भी शिवाजी पार्क के लिए आवेदन भेजा है।
बीएमसी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने अभी तक दोनों आवेदनों पर कोई फैसला नहीं लिया है। दरअसल इस मामले में बीएमसी के अधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं।
दशहरा रैली शिवसेना की वार्षिक राजनीतिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण स्थान रखती है, शिवसेना द्वारा दशहरा के अवसर पर कई दशकों से शिवाजी पार्क में रैली का आयोजन होता रहा है। लेकिन कभी भी बीएमसी को शिवसेना की ओर से दो-दो आवेदनों का सामना नहीं करना पड़ा है।
लेकिन बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में शिवसेना के दो फाड़ हुए हैं और अब दोनों गुट जनता के बीच अपना रसूख बचाने के लिए शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करके महाराष्ट्र की जनता को असली शिवसेना होने का संदेश देना चाहते हैं।
मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनकी पार्टी शिवाजी पार्क में पहले की तरह दशहरा रैली करेगी और कोई भी हमारी इस परंपरा को रोक नहीं सकता है।
वहीं ठाकरे के बेटे और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के आयोजन को लेकर आरोप लगाया था कि पार्टी को इसके लिए आवेदन देने में बीएमसी के अधिकारियों द्वारा पैदा किये गये बाधाओं का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को लेकर शंदे गुट के दावों से बीएमसी के अधिकारी भी डरे हुए हैं।
मालूम हो कि शिवसेना की पहली दशहरा रैली पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे ने साल 1966 में आयोजित की थी। उसके बाद से साल 2012 तक यानी की दिंवगत होने तक हर साल बाल ठाकरे शिवाजी पार्क से शिवसैनिकों को संबोधित करते थे। उनके जाने के बाद दशहरा रैली की कमान उद्धव ठाकरे के पास आ गई थी और साल 2013 से वो दशहरे के मौके पर भाषण देते आ रहे हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)