मुंबईः शिवसेना नेता संजय राउत को ईडी ने रविवार देर रात हिरासत में ले लिया। मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में शिवसेना सांसद संजय के घर ईडी ने करीब नौ घंटे तक छापेमारी की, जिसमें 11.5 लाख रुपये नकद जब्त किए गए।
इस बीच संजय राउत का एक वीडियो सामने आया है जिसमें गिरफ्तारी के पहले परिवार के साथ भावुक पल साझा करते नजर आ रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए इस वीडियो में राउत को ईडी कार्यालय जाने से पहले अपनी मां को गले लगाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में देखा जा सकता है, 60 वर्षीय शिवसेना नेता की मां उनका तिलक करती हैं, फिर उनकी आरती उतारती हैं। संजय राउत बैठकर मां का आशीर्वाद लेते हैं और फिर मां को गले लगाते हैं।
संजय राउत ने रविवार ईडी द्वारा उनके आवास पर तलाशी के बीच कहा कि घोटाले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि मर जाऊंगा लेकिन झुकूंगा नहीं। बकौल संजय राउत, ''मैं शिवसेना को कभी नहीं छोड़ूंगा। मैं बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेता हूं कि मैं किसी घोटाले में शामिल नहीं हूं। उन्होंने हमें लड़ना सिखाया और मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा।''
बता दें कि राउत के खिलाफ जांच पात्रा चॉल के विकास के एक मामले से जुड़ी है। अप्रैल में ईडी ने इस जांच के तहत उनकी पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया। कुर्क की गई संपत्ति में संजय राउत के सहयोगी और ‘गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ के पूर्व निदेशक प्रवीण एम. राउत की पालघर, सफले (पालघर में शहर) और पड़घा (ठाणे जिले में) में स्थित जमीन शामिल है।
जब शिंदे का विद्रोह सामने आया था और महा विकास अघाड़ी सरकार गिरने की कगार पर थी, तब उन्हें जांच एजेंसी द्वारा दो बार तलब किया गया था। शिवसेना नेता को दक्षिण मुंबई के बेलार्ड एस्टेट में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में छह घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद रविवार आधी रात गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने दावा किया कि राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत देर रात 12:05 बजे हिरासत में लिया गया। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता एवं राज्यसभा सदस्य राउत को मुंबई में एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा, जहां प्रवर्तन निदेशालय उनकी हिरासत का अनुरोध करेगा।