लाइव न्यूज़ :

तिवारे बांध दुर्घटना के लिए मंत्री ने केकड़ों को ठहराया जिम्मेदार, कहा जो किस्मत में है वही होगा

By भाषा | Updated: July 5, 2019 12:51 IST

महाराष्ट्र के तटीय रत्नागिरी जिले में तिवारे बांध टूटने की घटना में 18 लोगों के मारे जाने की खबर है। चिपलुन तालुका में स्थित बांध तटीय कोंकण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण बृहस्पतिवार रात को टूट गया था।

Open in App

महाराष्ट्र के मंत्री तानाजी सावंत ने तटीय रत्नागिरी जिले में तिवारे बांध में दारार पड़ने की घटना को ‘‘प्राकृतिक आपदा’’ बताते हुए कहा कि केकड़ों ने बांध की दीवारों को कमजोर कर दिया था, इसलिए ऐसा हुआ है। इस हादसे में अभी तक 18 लोगों की मौत हुई है।नवनिर्वाचित जल संरक्षण मंत्री ने यह भी कहा कि किस्मत में जो लिखा है वही होगा। सावंत ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया है कि बड़ी संख्या में केकड़ों ने बांध की दीवार को कमजोर कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘बड़ी संख्या में केकड़ों ने दीवार को कमजोर कर दिया है। इसकी सूचना सरकार को मिलते ही कई एहतियाती उपाय किए गए।’’उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्वारा गठित एसआईटी जल्द इस पर रिपोर्ट पेश करेगी और हमें जल्द पता चल पाएगा कि क्या दिक्कत आयी है।’’ चिपलुन तालुका में स्थित बांध में तटीय कोंकण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण मंगलवार रात दरार आ गयी थी।मंत्री ने कहा, ‘‘ मात्र आठ घंटे के भीतर 192 मिमी बारिश हुई जो कि बांध जलग्रहण क्षेत्र में रिकॉर्ड है। मुझे मिली जानकारी के अनुसार बांध का पानी पिछले आठ घंटे में आठ मीटर बढ़ा है। ग्रामीणों को इसके बादल फटने के कारण होने की आशंका भी है।’’ मंत्री ने कहा कि हालांकि इसकी चर्चा समिति में की जाएगी।चूहों पर भी लगया जा चुका है आरोप-उन्होंने कहा, ‘‘यह एक दुर्घटना थी, लेकिन मुझे लगता है कि आप अपनी किस्मत नहीं बदल सकते। जो भी होना है, वह होगा। यह एक प्राकृतिक आपदा की तरह है।’’ बांध की मरम्मत का काम खराब तरीके से होने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसका एहसास तब हुआ जब बांध में पानी जमा होने लगा।’’ गौरतलब है कि जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने पिछले साल पुणे में मुथा नहर की दाहिनी दीवार गिरने के लिए चूहों को जिम्मेदार ठहरा कर एक विवाद खड़ा कर दिया था।महाराष्ट्र के तटीय रत्नागिरी जिले में तिवारे बांध टूटने की घटना में 18 लोगों के मारे जाने की खबर है। चिपलुन तालुका में स्थित बांध तटीय कोंकण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण बृहस्पतिवार रात को टूट गया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कम से कम पांच अन्य लोग अब भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों में से एक की पहचान अभी नहीं हुई है। पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तलाश अभियान में जुटे हैं। कुछ शवों की पहचान चन्द्रभागा चव्हाण (75), आत्माराम चव्हाण (75) और उनके परिजन पांडुरंग (55), शारदा (44), दशरथ (20), संदेश धाड़वे (18), नंदराम (55), वैष्णवी (20), अनुसुइया (70), रविन्द्र (45), राकेश घनेकर (30), सुनील पवार (33) और रितुजा चव्हाण (26) के रूप में हुई है। 

टॅग्स :महाराष्ट्र
Open in App

संबंधित खबरें

भारतमहाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: चाय पार्टी का बहिष्कार, सदनों में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति करने में विफल रही सरकार

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतMaharashtra Civic Poll 2025 UPDATE: पूरे राज्य में मतगणना स्थगित, 21 दिसंबर को नए नतीजे की तारीख तय, सीएम फडणवीस ‘त्रुटिपूर्ण’ प्रक्रिया पर जताई नाराजगी

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतMaharashtra Local Body Polls 2025: राज्य के 242 नगर परिषदों और 46 नगर पंचायतों में 2 दिसंबर को मतदान, 3 को होगी मतगणना

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Crisis: 6 दिन में 2000 से अधिक फ्लाइट कैंसिल, दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों के लिए एडवाइज़री जारी की, एयरपोर्ट जाने से पहले लेटेस्ट स्टेटस चेक कर लें

भारतमेरे सम्मानित प्रदेश वासियों?, सीएम योगी लिखी चिट्ठी, क्या है इसमें खास?, पढ़िए

भारतनागपुर विधानमंडल शीतकालीन सत्रः 8000 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात, पक्ष-विपक्ष में इन मुद्दों पर टकराव

भारतदिल्ली-एनसीआर में जहरीले स्मॉग की चादर, कई इलाकों में एयर क्वालिटी बहुत खराब, देखिए लिस्ट

भारतSIR Registered: एसआईआर पर राजनीतिक विवाद थमने के नहीं दिख रहे आसार