महाराष्ट्र में सरकार गठन के सवाल पर शिवसेना नेता संजय राउत ने साफ की तस्वीर, कहा- सरकार बनाने में लगता है समय
By रामदीप मिश्रा | Published: November 19, 2019 04:29 PM2019-11-19T16:29:18+5:302019-11-19T16:29:18+5:30
महाराष्ट्रः शिवसेना नेता संजय राउत से जब पूछा गया कि क्या आपने महाराष्ट्र में सरकार का गठन करने के लिए दिसंबर के पहले सप्ताह तक का समय मांगा है? इस पर उन्होंने जवाब दिया है कि सरकार बनाने में समय लगता है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बना गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के बीच सामंजस्य स्थापित नहीं हो पा रहा है। इस बीच शिवसेना के नेता संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि सरकार के गठन को लेकर अभी समय लगेगा।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, संजय राउत से जब पूछा गया कि क्या आपने महाराष्ट्र में सरकार का गठन करने के लिए दिसंबर के पहले सप्ताह तक का समय मांगा है? इस पर उन्होंने जवाब दिया है कि सरकार बनाने में समय लगता है। सामान्य स्थिति के दौरान ऐसा नहीं होता है। जब राष्ट्रपति शासन की बात आती है तो आपको बहुत सारी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है।
Sanjay Raut, Shiv Sena when asked 'you've given a timeline of Dec 1st week' (for the formation of govt in Maharashtra): It takes time to form a govt. It's not like it doesn't happen during normal course. You need to go through a lot of processes when it comes to President's Rule. pic.twitter.com/Fcs8rsIwpW
— ANI (@ANI) November 19, 2019
इधर, कांग्रेस-एनसीपी के नेता दोनों दलों के नेता साझा न्यूनतम कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए एक-दो दिनों में दिल्ली में बैठक करने वाले हैं। शिवसेना के साथ अंतिम फैसला लेने के लिए दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व एकसाथ बैठेगा, जिसके बाद सरकार बनाने के फैसला लिया जा सकता है।
आपको बता दें कि 288 सीटों सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 24 अक्टूबर घोषित हुआ था, जिसमें 105 सीटें जीतते हुए बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। राज्य के चुनाव में शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके अलावा राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं।
प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिये 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है। मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जमकर खींचतान हुई और दोनों पार्टियों में तालमेल नहीं बन सका। फिलहाल राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है।