नई दिल्ली, 20 अक्टूबरःराम मंदिर के मुद्दे पर असदुद्दीन ओवैसी और शिवसेना नेताओं में बहस तीखी हो चली है। शनिवार को ओवैसी ने शिवसेना पर तंज कसते हुए कहा, 'शिवसेना पीएम मोदी से डरती है इसीलिए संपादकीय लिखकर अपनी कायरता छुपाने की नई जुगत लगा ली है। मेरा उनसे निवेदन है कि संपादकीय लिखना बंद करें और मोदी मोदी-फडणवीस गठबंधन से किनारा कर लें। मैं साबित कर सकता हूं कि मेरे पूर्वज भारत से हैं।'
एआईएमआईएम प्रमुख की लगातार बयानबाजी पर जवाब देते हुए शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, 'ओवैसी को हैदराबाद तक सीमित रहना चाहिए। राम मंदिर अयोध्या में बनेगा ना कि हैदराबाद, पाकिस्तान या ईरान में। ओवैसी जैसे लोग अपनी राजनीति से मुस्लिमों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसी राजनीति से भविष्य में भारी नुकसान होगा।'
शिवसेना की मांग- राम मंदिर पर बने कानून
शिवसेना ने केंद्र सरकार से राम मंदिर पर कानून बनाने की मांग की है। संजय राउत ने कहा कि कोर्ट से राम मंदिर मामला नहीं सुलझ सकता। फिलहाल हमारे पास बहुमत है इसलिए मोदी जी को राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए।
आरएसएस प्रमुख ने शुरू की बहस
दशहरा उत्सव के वार्षिक संबोधन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर बनाने के राजनीतिक संकल्प को दोहराया था। उन्होंने कहा कि राम मंदिर मसले पर राजनीति खत्म कर जरूरत पड़ने पर कानून लाना चाहिए।