नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर के एक ट्वीट पर विवाद मच गया है। थरूर ने दरअसल एक ट्वीट पर कमेंट करते हुए कहा था कि लगता है कि इसमें दो मलयाली भी हैं। थरूर ने ये टिप्पणी रमीज नाम के यूजर की ओर से शेयर किए गए एक वीडियो पर किया था।
इस वीडियो में तालिबान के लड़ाके भावुक होते दिख रहे हैं। यूजर ने लिखा, 'तालिबान के लड़ाके काबुल के बाहर पहुंचकर खुशी में रोते हुए क्योंकि वे जानते हैं कि उनकी जीत निश्चित है।' थरूर ने इसी वीडिया पर कमेंट किया था।
थरूर ने वीडियो में तालिबानियों की बातचीत को सुनने के बाद लिखा, 'ऐसा लगता है कि इसमें कम से कम दो मलयाली तालिबान हैं। एक जो वीडियो में 8वें कहता है 'समसरिकेट्टे' (samsarikkette) और दूसरा जो उसकी बात को समझ रहा है।'
यूजर रमीज ने हालांकि बाद में दावा किया तालिबान में कोई केरल से आया शख्स शामिल नहीं है। रमीज ने ट्वीट किया, 'केरल से रैंक में कोई तालिबान लड़ाका नहीं है। ये कुछ बलोच हैं जो जाबुल प्रांत से आते हैं और ब्राहवी बोलते हैं। ब्राहवी आमतौर पर इनके बीच बोली जाती है और ये डारविडियन भाषा है जो तेलुगू तमिल मलयालम से कुछ हद तक मिलती है।'
इसके बाद थरूर ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि ये दिलचस्प विश्लेषण है लेकिन इसे भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि कुछ मलयाली लोगों को बहकाया गया है और वे तालिबान में शामिल हुए। इसलिए इस संभावना को भी दरकिनार नहीं किया जा सकता है।
थरूर के इसी ट्वीट के बाद विवाद बढ़ गया। टाइम्स नाऊ के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि केरल को आतंक से जोड़ने की ये कोशिश शर्मनाक है। वहीं दिल्ली भाजपा आईटी सेल के सदस्य ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और लेफ्ट पर क्षद्म-धर्मनिरपेक्षता के जरिए केरल और राज्य के लोंगों को बर्बाद करने का आरोप लगाया।