लाइव न्यूज़ :

शरद यादव अपनी पार्टी का लालू यादव की पार्टी राजद में करेंगे विलय, बयान जारी कर किया ऐलान

By एस पी सिन्हा | Updated: March 17, 2022 16:43 IST

शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रित जनता दल का विलय राष्ट्रीय जनता दल में होगा. शरद यादव ने खुद इसकी जानकारी दी है. उन्होंने अपनी पार्टी 2018 में बनाई थी.

Open in App

पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव अब अपनी पार्टी लोकतांत्रित जनता दल (लोजद) का विलय लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद में कराने जा रहे हैं. यह जानकारी शरद यादव ने खुद पत्र जारी कर दी है. उन्‍होंने बताया है कि दिल्‍ली स्थित उनके सात तुगलक रोड आवास पर 20 मार्च को इसके लिए कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. 

उन्‍होंने कहा है कि देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए बिखरे हुए जनता परिवार को साथ लाने के लिए ऐसा करना जरूरी हो गया है. इसलिए वह अपनी पार्टी का राजद में विलय करके लालू और तेजस्वी यादव को मजबूत करेंगे.

जदयू से अलग होकर 2018 में बनाई थी अपनी पार्टी

शरद यादव ने लोजद का राजद के साथ विलय कराने के निर्णय को सामने रखते हुए कहा कि जदयू से अलग होकर उन्होंने 2018 में अपनी इस पार्टी का गठन किया था. उन्होंने कहा कि लोग अभी एक मजबूत विपक्ष की ओर झांक रहे हैं. वर्तमान राजनीतिक स्थिति को देखते हुए ये फैसला लिया गया है ताकि बिखरे हुए जनता परिवार को फिर एकजुट किया जा सके. 

उन्‍होंने कहा है कि वर्तमान की केंद्र सरकार पूरी तरह फेल है. जनता यह मानती भी है लेकिन उनके पास कोई विकल्‍प नहीं है. लोग मजबूत विपक्ष के इंतजार में हैं. उन्‍होंने आम आदमी पार्टी की भी इशारों में चर्चा की है. शरद यादव ने 2018 में नीतीश कुमार से अलग होकर लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया था. 

'स्‍वास्‍थ्‍य समस्याओं की वजह से पार्टी को नहीं बढ़ा सके आगे'

शरद यादव ने बयान में कहा है कि अपने स्‍वास्‍थ्‍य की वजह से प्रयासों को काफी समय तक आगे नहीं बढ़ा सका. 

उन्होंने कहा कि एक समय था जब 1989 में अकेले जनता दल के पास 143 सीटें थी. मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने के बाद जनता दल परिवार की वि‍भिन्‍न सरकारों के गठन में महत्‍वपूर्ण भूमिका रही. इसका असर भी दिखा. देश में वंचित वर्गों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में काफी उत्‍थान हुआ. लेकिन जैसे-जैसे जनता दल परिवार बिखरता गया, वैसे-वैसे देखा गया कि सत्‍ता में रहने वाली सरकारों ने संविधान प्रदत्‍त आरक्षण नीति के कार्यान्‍वयन पर पर्याप्‍त ध्‍यान नहीं दिया.

उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार जब महागठबंधन को छोड़कर जब एनडीए में आए तो शरद यादव ने उनका साथ छोडकर अपनी खुद की एक पार्टी का गठन कर लिया था. वहीं शरद यादव की अब सेहत भी नासाज रहती है. उनसे मिलने जीतन राम मांझी व तेजस्वी यादव भी पहले जा चुके हैं.

इसके साथ ही शरद यादव के सामने एक नयी समस्या सामने आ गई है कि हाइकोर्ट ने उन्हें आवंटित सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दे दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मांग कर दी थी कि राजद की ओर से उन्‍हें राज्‍यसभा भेजा जाए.

टॅग्स :बिहार समाचारलालू प्रसाद यादवआरजेडी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारतबिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण से बनाई दूरी, जदयू ने कसा तंज, कहा- भाई तेजस्वी दिखे तो बताइए, वो कहां गायब हो गए?

भारतVIDEO: राजद विधायक भाई वीरेन्द्र पत्रकार के सवाल पर भड़के, कहा- ‘पगला गया है क्या?’

भारतलालू प्रसाद यादव की कथित निर्माणाधीन आलीशान हवेली पर भाजपा ने साधा निशाना, कहा- “लालू का समाजवाद लूट-खसोट से संपन्न एकमात्र परिवार का मॉडल है”

भारत अधिक खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट