Security Breach In Parliament: दिल्ली पुलिस ने संसद में घुसपैठ करने वालों के खिलाफ यूएपीए के तहत दर्ज किया केस
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 14, 2023 08:15 AM2023-12-14T08:15:42+5:302023-12-14T08:20:43+5:30
दिल्ली पुलिस ने संसद की लोकसभा कक्ष में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
नई दिल्ली: संसद पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी के दिन सुरक्षा उपायों को धता बताते हुए बीते बुधवार को शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की विस्तृत जांच के भी आदेश दे दिए हैं। इस संबंध में गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के तहत एक उच्चस्तरीय जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं।"
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है, "गठित की गई जांच समिति संसद की सुरक्षा में उल्लंघन के कारणों की जांच करेगी, खामियों की पहचान करेगी और सुरक्षा संबंधी आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी। समिति जल्द से जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।"
मालूम हो कि संसद में सुरक्षा उल्लंघन पर सरकार ने जांच तेज कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा चूक में 6 लोगों के शामिल होने का संदेह है। इनमें से 4 गिरफ्तार हुए हैं, जबकि 2 अन्य की तलाश जारी है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तार लोगों के पास से कोई मोबाइल फोन नहीं मिला है और उनसे लगातार पूछताछ जारी है।
संसद की सुरक्षा में चूक मामले में पुलिस सूत्रों ने कहा कि सभी 6 संदिग्ध गुरुग्राम में ठहरे थे और एक-दूसरे को जानते हैं। संसद भवन की सुरक्षा तोड़ने वाले आरोपियों में सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल शिंदे का नाम शामिल है। नीलम और शिंदे संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। यह घटना 13 दिसंबर के दिन हुई, जब 2001 में आतंकियों ने संसद पर हमला किया था और बुधवार को देश उन शहीदों को नमन कर रहा है। जिन्होंने अपनी जान देकर संसद हमले के आतंकियों से लोहा लिया था।
जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रताप सिम्हा के अधिकार पत्र पर बुधवार को लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूदने वाले दो व्यक्तियों को 'पास' जारी किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक सांसद सिम्हा उनमें से एक आरोपी को जानते थे, क्योंकि वह उनके निर्वाचन क्षेत्र मैसूर का है और वह अक्सर उनके कार्यालय आता था।
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों में से एक मनोरंजन डी ने सह-आरोपी सागर शर्मा को सांसद के कार्यालय में एक दोस्त के रूप में पेश किया और नयी संसद देखने के बहाने 'पास' हासिल किए। सिम्हा के कहने पर बुधवार के लिए तीन 'पास' जारी किए गए थे। सांसद के करीबी सूत्रों ने बताया कि एक महिला को संसद से लौटना पड़ा क्योंकि, उसके साथ आए बच्चे का नाम उसके 'पास' पर अंकित नहीं था। महिला का दोनों आरोपियों से कोई संबंध नहीं था।