हरियाणा: स्थिति सामान्य होने पर गुरुग्राम से धारा 144 हटाई गई, जारी है हिंसा के आरोपियों की धरपकड़
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 7, 2023 03:39 PM2023-08-07T15:39:46+5:302023-08-07T15:41:21+5:30
नूंह में हुए बवाल के बाद हिंसा की आग गुरुग्राम तक पहुंच गई थी। हिंसक भीड़ ने एक मस्जिद पर हमला किया और एक इमाम की जान ले ली थी। अब स्थिति सामान्य होने पर गुरुग्राम से धारा 144 हटा ली गई है।
नई दिल्ली: हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को शुरू हुई हिंसा के बाद राज्य के कई जिलों में धारा-144 लगाई थी। हालांकि जैसे-जैसे हालात नियंत्रण में आते जा रहे हैं और स्थिति सामान्य हो रही है वैसे-वैसे प्रशासन ढील भी दे रहा है। इसी क्रम में स्थिति सामान्य होने पर गुरुग्राम से धारा 144 हटा ली गई है। नूंह में हुए बवाल के बाद हिंसा की आग गुरुग्राम तक पहुंच गई थी। हिंसक भीड़ ने एक मस्जिद पर हमला किया और एक इमाम की जान ले ली थी।
बता दें कि धार्मिक जुलूस पर पत्थरबाजी के बाद शुरू हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कई अवैध निर्माणों को बुलडोजर से ढहाए जाने की कार्रवाई शुरु की थी। पुलिस और प्रशासन का कहना है कि ये सब 31 जुलाई की हिंसा में शामिल दंगाइयों के हैं या इनका दंगा फैलाने में इस्तेमाल हुआ। लेकिन पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी।
हालांकि न्यायालय द्वारा रोक लगाने से पहले प्रशासन के बुलडोजर ने दो होटलों समेत 100 मकानों पर बुलडोजर चलाया दिया था। साथ ही 500 रेहड़ियों और झुग्गियों को भी तोड़ दिया। इस बीच हरियाणा सरकार ने एसआईटी का गठन किया है जो हिंसा को भड़काने के पीछे के लोगों का पता लगाने में जुटी है।
बता दें कि नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने और दक्षिण हरियाणा के अन्य हिस्सों में फैलने के चार दिन बाद हरियाणा सरकार ने 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी नरेंद्र बिजारणिया को वरुण सिंगला की जगह नूंह एसपी और धीरेंद्र खडगटा को प्रशांत पंवार की जगह डिप्टी कमिश्नर नियुक्त किया है। हरियाणा में हुई सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में अब तक कुल 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। झड़पों के संबंध में अब तक 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से आधी अकेले नूंह में हैं और बाकी गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल सहित अन्य जिलों में हैं।