पुंछ, राजौरी में आतंकवादियों के सफाये के लिए खोज अभियान जारी
By भाषा | Published: October 12, 2021 03:02 PM2021-10-12T15:02:42+5:302021-10-12T15:02:42+5:30
जम्मू, 12 अक्टूबर जम्मू कश्मीर के राजौरी और पुंछ, दोनों सीमाई जिलों को जोड़ने वाले एक जंगल में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को भी व्यापक तलाश अभियान जारी रखा। इसी जंगल में एक दिन पहले आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में सेना के एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि पुंछ और नजदीकी राजौरी में थानामंडी के सुरनकोट के घने जंगल में चलाए जा रहे अभियान के दौरान आतंकवादियों से फिर से कोई मुठभेड़ नहीं हुई है।
सोमवार को तड़के सुरनकोट में डेरा की गली (डीकेजी) के पास एक गांव में सेना के तलाशी दल पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने गोलीबारी कर दी जिसमें एक जेसीओ सहित पांच जवान शहीद हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती मुठभेड़ के बाद आतंकवादी पास के पनघई वन में भाग गए जो राजौरी के थानामंडी के अंतर्गत आता है। अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों ने उनका पीछा किया और फिर से मुठभेड़ हो गई।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ सोमवार शाम को तब रुकी जब आतंकवादी घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए। उन्होंने बताया कि पूरी वन पट्टी की घेराबंदी कर दी गई है और छुपे हुए आतंकवादियों के खात्मे के लिए खोज अभियान चलाया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी अभियान की निगरानी करने के लिए इलाके में पहुंच गए हैं।
पहले एक रक्षा प्रवक्ता ने यहां एक बयान में कहा, “10 और 11 अक्टूबर की दरमियानी रात को जम्मू-कश्मीर में पुंछ-राजौरी जिलों की सीमा के पास शाहदरा इलाके में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद विरोधी एक अभियान शुरू किया था। इस अभियान के दौरान, आतंकवादियों ने सेना के जवानों पर भारी गोलीबारी की जिससे एक जेसीओ और चार सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए।"
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों में नायब सूबेदार (जेसीओ) जसविंदर सिंह, नायक मनदीप सिंह, सिपाही गज्जन सिंह, सराज सिंह और वैशाख एच शामिल हैं।
जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ जिलों में इस साल जून से घुसपैठ के प्रयासों में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसके बाद अलग-अलग मुठभेड़ों में नौ आतंकवादी मारे गए। पिछले अभियान में तीन जवान भी शहीद हो गए थे।
इस बीच, युवाओं के एक समूह ने भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने के लेकर पुंछ शहर में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया।
अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर युवा सिख समुदाय से ताल्लुक रखते थे जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को लगातार समर्थन देने के लिए पाकिस्तान का पुतला दहन किया।
प्रदर्शनकारी कमलजीत सिंह ने कहा, “हम जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को लगातार समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की निंदा करते हैं। समय आ गया है कि भारत सरकार निर्दोष नागरिकों और हमारे जवानों की हत्या करने वाले आतंकवादियों को भेजने के लिए पाकिस्तान को सबक सिखाए।
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