MP PSC Recruitment 2022: अधिकतम उम्र सीमा में तीन वर्ष की बढ़ोतरी, जानें किसे हो सकता है फायदा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 19, 2022 17:28 IST2022-09-19T17:27:00+5:302022-09-19T17:28:24+5:30
MP PSC Recruitment 2022: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए अधिकतम उम्र सीमा में तीन वर्ष की वृद्धि एक बार के लिए की जा रही है।

COVID-19 अवधि के दौरान परीक्षा आयोजित नहीं करने के कारण छात्र ओवरएज हो गए थे। (मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान) (file photo)
भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को नौकरियों की तैयारी कर रहे छात्रों को तोहफा दी है। यदि आप एमपी लोक सेवा परीक्षा के तहत विभिन्न नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। मध्य प्रदेश सरकार अधिकतम आयु सीमा को 03 वर्ष बढ़ाने के लिए तैयार है।
निश्चित रूप से सरकार के कदम उन उम्मीदवारों के लिए एक राहत प्रदान करेंगे, जो अधिक उम्र के हो गए हैं और अधिकतम आयु सीमा पार करने के कारण विभिन्न एमपीपीएससी परीक्षाओं को भरने में असमर्थ थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के लिए अधिकतम उम्र सीमा में तीन वर्ष की वृद्धि एक बार के लिए की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण अनेक विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने से वंचित होना पड़ा था, इसलिए उनके साथ न्याय करते हुए यह कदम उठाया गया है। चौहान ने कहा कि कोविड की परिस्थितियों के कारण भर्ती परीक्षाएं नियमित रूप से नहीं की जा सकीं, इसलिए अनेक विद्यार्थी उम्र सीमा पार कर गए हैं।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों ने उनसे शिकायत की थी कि उन्हें इन परिस्थितियों के कारण अन्याय का शिकार होना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इसलिए राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि परीक्षा न होने से जो बच्चे ओवरएज हो गए, उनके साथ अन्याय न हो। इसके लिए एक बार के लिए अधिकतम उम्र सीमा को तीन साल के लिए बढ़ाया गया है।’’
चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों का पक्ष न्यायसंगत है और उनके हित में यह निर्णय लिया गया है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) द्वारा COVID-19 अवधि के दौरान कई प्रमुख परीक्षाएं आयोजित नहीं की गईं। चौहान ने अब घोषणा की है कि कई छात्र उनसे मिले और इस मुद्दे पर चर्चा की। COVID-19 अवधि के दौरान परीक्षा आयोजित नहीं करने के कारण छात्र ओवरएज हो गए थे।