'इस चुनाव में भारत-पाकिस्तान नहीं बल्कि ऐसा लगता है भारत-खालिस्तान होगा' - संजय राउत
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: October 2, 2023 12:57 PM2023-10-02T12:57:17+5:302023-10-02T12:58:49+5:30
संजय राउत ने कहा कि इस चुनाव में भारत-पाकिस्तान नहीं बल्कि ऐसा लगता है भारत-खालिस्तान होगा। संजय राउत का निशाना बीजेपी पर था। राउत का बयान ऐसे समय आया है जब खालिस्तान के मामले को लेकर भारत के संबंध कनाडा के साथ सबसे बुरे दौर में हैं।
नई दिल्ली: कनाडा से जारी राजनयिक तनाव और वहां लगातार बढ़ती खालिस्तानी गतिविधियों के बीच शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सासंद संजय राउत ने कहा है कि जो माहौल है उसे देखकर लगता है कि इस बार के चुनाव में इसी मुद्दे को ज्यादा उछाला जाएगा।
संजय राउत ने कहा, "इस चुनाव में भारत-पाकिस्तान नहीं बल्कि ऐसा लगता है भारत-खालिस्तान होगा। हमारे उच्चायुक्त को यूनाइटेड किंगडम में गुरुद्वारा जाने से रोका जाता है। कनाडा में हमारे मंदिरों में हमला हो रहा है। खालिस्तान मुद्दे की कनाडा में शुरूआत हुई फिर यह ब्रिटेन में आ गया धीरे-धीरे यह दिल्ली तक आ जाएंगे और 2024 तक इसे चुनाव के मुद्दे के रूप में सामने लेकर आएंगे।"
#WATCH शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सासंद संजय राउत ने कहा, "इस चुनाव में भारत-पाकिस्तान नहीं (बल्कि ऐसा) लगता है भारत-खालिस्तान होगा... आज हमारे उच्चायुक्त को यूनाइटेड किंगडम में गुरुद्वारा जाने से रोका जाता है। कनाडा में हमारे मंदिरों में हमला हो रहा है... (खालिस्तान मुद्दे की)… pic.twitter.com/Qn1f3yH7cD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2023
संजय राउत का निशाना बीजेपी पर था। उन्होंने इशारों ही इशारों में ये कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा भारत-पाकिस्तान के बजाय भारत-खालिस्तान के मुद्दे को उछालेगी। राउत का बयान ऐसे समय आया है जब खालिस्तान के मामले को लेकर भारत के संबंध कनाडा के साथ सबसे बुरे दौर में हैं। हाल ही में ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त को कट्टरपंथी ब्रिटिश सिख कार्यकर्ताओं द्वारा स्कॉटलैंड के एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया गया था।
भारत ने ब्रिटेन की ऋषि सुनक सरकार के समक्ष भी यह मामला उठाया है। इससे पहले खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हुई हत्या के मामले में कनाडाई पीएम द्वारा भारत को जिम्मेदार बताए जाने से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है।
1 अक्टूबर को ही ब्रिटेन में रहने वाले एक सिख परिवार को खालिस्तानियों द्वारा धमकी दी गई और उनकी गाड़ी पर गोली चलाई गई। खालिस्तान समर्थक अलगाववादी ऑस्ट्रेलिया में भी हिंदू मंदिरों को निशाना बना चुके हैं। भारत सरकार ने बार-बार कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया की सरकारों के सामने इस मामले को उठाया है। हालांकि सबसे ज्यादा समस्या कनाडा के साथ संबंधों को लेकर आई है क्योंकि वहां कि सत्ताधारी जस्टिन ट्रूडो सरकार खालिस्तानियों के प्रति उदार रवैया अपनाती रही है।