Sandeshkhali Controversy: तृणमूल नेता अजीत मैती को पुलिस ने किया गिरफ्तार, खुद को बता रहे थे 'पाकसाफ'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 26, 2024 12:31 PM2024-02-26T12:31:32+5:302024-02-26T12:39:34+5:30
संदेशखाली विवाद में बंगाल पुलिस ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस नेता अजीत मैती को गिरफ्तार कर लिया है।
कोलकाता: संदेशखाली विवाद में बंगाल पुलिस ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस नेता अजीत मैती को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अजीत मैती को बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा किये गये विरोध प्रदर्शन के बाद गिरफ्तार किया है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार गिरफ्तारी से पहले अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में बोलते हुए अजीत मैती ने सोमवार को कहा, ''मैं बार-बार हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूं कि अगर मैंने किसी की जमीन या पैसा हड़प लिया है तो पुलिस को लिखकर दे। अगर मुझसे कोई गलती हुई है तो मैं माफी मांगूंगा। अगर मेरे खिलाफ कोई सबूत मिला तो मैं जिम्मेदारी लूंगा।"
TMC leader Ajit Maity has been arrested by Sandeshkhali Police today; he was detained by police yesterday, confirms Police Sources
— ANI (@ANI) February 26, 2024
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हालांकि बीते शुक्रवार को संदेशखाली के बरमाजुर में विरोध प्रदर्शन के बीच ग्रामीणों को अजीत मैत के घर में भी तोड़फोड़ की थी और उन्हें कथिततौर पर चप्पलों से पीटा था। अजित मैती ने दावा किया था कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अजीत मैती ने कहा था, "मुझ पर हमला किया गया क्योंकि मैं एक टीएमसी नेता हूं। मेरी बाइक को तोड़ दिया गया और उन्होंने मेरी पत्नी पर भी हमला किया। मेरी बेटी की परीक्षा है लेकिन वह डरी हुई है कि हम पर फिर से हमला होगा। हमालवरों ने मेरे एक भंडारण कक्ष में आग लगा दी। वो मेरे बारे में झूठे आरोप लगा रहे थे। जांच होने दीजिए और अगर मैं दोषी हूं, तो पुलिस मुझे गिरफ्तार कर सकती है।''
मालूम हो कि कोलकाता से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित संदेशखाली टीएमसी नेता शाहजहां और उनके सहयोगियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में उलझा हुआ है। महिलाओं ने टीएमसी नेता के खिलाफ यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं। बंगाल में टीएमसी के नेतृत्व वाली सरकार के दो मंत्रियों, पार्थ भौमिक और सुजीत बोस ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा किया, जबकि कुछ इलाकों में ताजा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
सुजीत बोस ने कहा, “ग्रामीणों के बीच कुछ शिकायतें हैं। उनकी ज़मीनें हड़प ली गईं और उन्हें मछली फार्म में बदल दिया गया। हम आरोपों की पुष्टि कर रहे हैं और उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा।”
इस बीच एक ग्रामीण ने कहा, ''हमें पुलिस पर किसी तरह का भरोसा नहीं है। वे इतने सालों से आंखें मूंदे हुए हैं और अब हमें शिकायत दर्ज कराने के लिए कहने आए हैं।''
स्थानीय टीएमसी विधायक शाहजहां शेख के परिसरों पर ईडी की छापेमारी के बाद फरार हो जाने के बाद संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। अपने बचाव में टीएमसी ने कहा है कि वह उस स्थानीय नेता को नहीं बचा रही है जिस पर पश्चिम बंगाल के अशांत संदेशखाली में ग्रामीणों ने "यौन शोषण और जमीन हड़पने" का आरोप लगाया है।
पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा, “टीएमसी शाहजहां शेख को नहीं बचा रही है। किसी भी तरह अपराध करने वाले के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है।”