लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने गुरूवार को छुट्टा जानवरों को लेकर बिना नाम लिए एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी घेरा है। आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी यादव अपनी जनसभाओं में छुट्टा जानवरों के मामले को लेकर भाजपा पर जमकर प्रहार करते थे और अब हार के बाद भी वे बीजेपी को नहीं बक्श रहे हैं।
क्या कहा अखिलेश यादव ने
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरूवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक समाचार की क्लिपिंग साझा की जिसमें दावा किया गया है कि ‘‘उत्तर प्रदेश में खुला घूम रहे 11 लाख से ज्यादा जानवर, मार्च में सांड के हमले से दो लोगों की मौत।'' इसमें सड़क के बीचों-बीच सांड़ों को आपस में लड़ते हुए एक तस्वीर भी दी गई है।
किसानों की आय पर भी सपा प्रमुख कसते थे तंज
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी जनसभाओं में छुट्टा जानवरों की समस्या को बहुत ही प्रमुखता से उठाते थे। वे भाजपा पर यह तंज कसते थे कि किसानों की आय दोगुनी हुई नहीं, महंगाई आसमान पर है और किसानों की फसल छुट्टा जानवर खाये जा रहे हैं।
चुनाव बाद होगा छुट्टे जानवरों की समस्या का समाधान- पीएम मोदी
इस समस्या को महसूस करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा में कहा था, ‘‘उत्तर प्रदेश के किसानों को छुट्टा जानवरों से हो रही दिक्कतों को हम गंभीरता से ले रहे हैं और हमने रास्ते खोजे हैं। 10 मार्च को आचार संहिता खत्म होने और नई सरकार बनने के बाद इस समस्या का समाधान किया जाएगा।’’
सीएम योगी ने की सरकार बनाने की चर्चा
उत्तर प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर राज्य में सरकार गठन को लेकर चर्चा की है। देश के आबादी के लिहाज से सबसे बड़े राज्य में सत्ता में वापसी करने वाली भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बृहस्पतिवार को बैठक होनी है जिसमें विधायक दल औपचारिक रूप से अपना नेता चुनेगा।
उप मुख्यमंत्री पद के लिए नाम अभी नहीं हुआ है तय
वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को राज्य में सरकार गठन की प्रक्रिया के लिए पार्टी पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। सूत्रों ने बताया कि यह तय है कि योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे जबकि पार्टी को उप मुख्यमंत्री पद के लिए नाम तय करना है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में चर्चा के दौरान कई नाम आए जिनमें विधानसभा चुनाव हार चुके और निवर्तमान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, बेबी रानी मौर्य, बृजेश पाठक, स्वतंत्र देव सिंह और एके शर्मा शामिल हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि भाजपा मौर्य को उप मुख्यमंत्री बनाए रख सकती है।