'पश्चिमी देशों ने कई सालों तक भारत को...', रूसी हथियारों के इस्तेमाल का बचाव करते जयशंकर ने कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Published: October 10, 2022 02:58 PM2022-10-10T14:58:39+5:302022-10-10T15:00:20+5:30
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, हमारे पास रूसी और सोवियत मूल के हथियारों की पर्याप्त सूची है। और वह सूची कई कारणों से बढ़ी। न केवल हथियारों की खूबियों के लिए, बल्कि इसलिए भी कि कई दशकों से पश्चिमी देशों ने भारत को हथियारों की आपूर्ति नहीं की।
कैनबरा: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पश्चिमी देशों से आपूर्ति की कमी के बीच दशकों से भारत में रूसी मूल के हथियारों की सूची बढ़ी है। उनकी टिप्पणी तब सामने आई जब पश्चिम यूक्रेन में रूस के हमले को लेकर लगातार सवाल कर रहा है। फरवरी में यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद दुनिया भर में ईंधन और हथियारों के लिए मॉस्को पर निर्भरता पर एक बहस छिड़ गई और संघर्ष के लिए कोई अंत नहीं होने के सवाल अभी भी उठाए जा रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में कहा, "जैसा कि आप जानते हैं, हमारे पास रूसी और सोवियत मूल के हथियारों की पर्याप्त सूची है। और वह सूची कई कारणों से बढ़ी। न केवल हथियारों की खूबियों के लिए, बल्कि इसलिए भी कि कई दशकों से पश्चिमी देशों ने भारत को हथियारों की आपूर्ति नहीं की।"
#WATCH | The inventory of Soviet & Russian-origin weapons grew for various reasons incl the West not supplying weapons to India for decades & in fact seeing the military dictatorship next to us as preferred partner: EAM Dr S Jaishankar at Canberra, Australia pic.twitter.com/DptFRqcaKM
— ANI (@ANI) October 10, 2022
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हम सभी वही करते हैं जो हमारे पास है। हम ऐसे निर्णय लेते हैं जो हमारे भविष्य के हितों और वर्तमान स्थिति दोनों को प्रतिबिंबित करते हैं।" हाल के दिनों में नई दिल्ली के एस-400 वायु रक्षा प्रणालियों के सौदे को लेकर काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट (सीएएटीएसए) के तहत प्रतिबंधों को माफ करने की मांग की गई है।