पटना: कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसी महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन के बाद अब जरूरतमंदों के मदद के लिए बिहार और झारखंड में स्वयंसेवक अपने-अपने घरों से निकलने लगे हैं। स्वयंसेवक समाज के सहयोग से कहीं भोजन के पैकेट वितरित कर रहे हैं तो कहीं मास्क और सैनिटाइजर घर-घर जाकर बांट रहे हैं। वो लोगों को घरों में रहने के लिए जागरुक भी कर रहे हैं। बता दें कि पिछले दिनों संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने देश में आई इस आपदा की घडी में स्वयंसेवकों से तैयार रहने को कहा था।
उनके इस आह्वान के बाद बिहार और झारखंड में सक्रिय स्वयंसेवक जरूरतमंदों के बीच अब सीधे जाने लगे हैं। वो जगह-जगह घिरे व परेशान लोगों, दिहाड़ी मजदूरों, बुजूर्गों व विद्यार्थियों की मदद के लिए हर संभव प्रयास में जुटे दिख जा रहे हैं। बताया जाता है कि झारखंड की राजधनी रांची में सेवा भारती ने लॉकडाउन की स्थिति तक प्रत्येक दिन 500 लोगों को भोजन कराने का निर्णय लिया है तो एकल अभियान ने देश के एक लाख गांवों में मुफ्त में मास्क बंटवाने का निर्णय लिया है।
साथ ही अपने 32 गौ सेवा केंद्र पर सैनिटाइजर बनवाने एवं मुफ्त में बंटवाने का काम शुरू कर दिया है, जबकि विकास भारती के सैकडों कार्यकर्ता गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने लगे हैं। जरूरत पड़ने पर मरीजों को अस्पताल भी पहुंचा रहे हैं। संघ के द्वारा अपने लोगों से कहा गया है कि यह देखें की देश में कोई भी गरीब भूखा नहीं रहे।
इस तरह से संघ के आह्वान के बाद अनुषांगिक संगठन भी मदद को आगे आने लगे हैं। उसी तरह से बिहार में भी स्वयंसेवकों ने जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। यहां भी उनके द्वारा जरूरतमंदों के बीच भोजन पहुंचाने के अलावा लोगों को जागरूक कर घरों में रहने की सलाह दी जाने लगी है। स्वयंसेवक यहां भी मास्क और सैनिटाइजर घर-घर जाकर देने की तैयारी में जुट गये हैं।
उल्लेखनीय है कि आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल ने भी आह्वान किया है कि जो स्वयंसेवक जहां रहते हैं उस मोहल्ले में रहने वाले मजदूर व विद्यार्थियों की खाद्य सामग्री की चिंता करें। वैसे बुजूर्ग जिनके बच्चे बाहर रहते हैं उनके भोजन, दवा एवं अन्य आवश्यकताओं का ध्यान रखें। पुलिस और प्रशासन के साथ संपर्क बनाकर रखते हुए अफवाहों को नहीं फैलने दें। जबकि आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा है कि देश में जब-जब जरूरत पडी है, संघ के स्वयंसेवक मदद के लिए सबसे आगे रहे हैं।