नई दिल्ली, 24 जुलाई: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार एक बयान के कारण सुर्खियों में आ गए हैं। हाल ही में उन्होंने कहा है कि अगर लोग बीफ खाना बंद कर दें तो देश में मॉब लिंचिंग रुक जाएगी। उनके इस बयान के आने के बाद से वह चर्चा में हैं।
उन्होंने ये बात तब कही है जब उनसे राजस्थान के अलवर में गोतस्करी के आरोप में हुई रकबर खान की हत्या पर सवाल पूछा गया। मुस्लिमों के बीच काम काम करने वाले आरएसएस के संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ये भी कहा है मॉब लिंचिंग का स्वागत बिल्कुल नहीं जा सकता है। लेकिन फिर भी अगर लोग गाय का मीट खाना बंद कर दें तो ये घटनाएं खुद रूक जाएंगी।
इतना ही नहीं इंद्रेश कुमार ने कहा है कि दुनिया का ऐसा कोई भी धर्म नहीं है जो गोहत्या की इजाजत देता है। उन्होंने ये भी कहा कि कि इस्लाम से लेकर ईसाई धर्म के अंदर गोहत्या की कोई जगह नहीं है। ऐसा पहली बार किसी नेता ने बयान नहीं दिया है। इससे पहले बीजेपी नेता विनय कटियार ने भी विवादित बयान दिया है। हाल ही में उन्होंने कहा है कि मुस्लिम गाय को छूने से पहले कई बार सोचें, यह इस देश के करोड़ों लोगों की भावना का प्रश्न है।
अलवर मॉब लिंचिंगः सवालों के घेरे में पुलिस, लगे हैं ये गंभीर आरोप
किसी भी मॉब की हिंसा, वो आपके घर की, मुहल्ले की, जाति की पार्टी की हो, वो कभी भी स्वागत करने वाली नहीं हो सकती है। परंतु दुनिया के जितने भी धर्म हैं। उनके किसी एक धर्म पर बता दो एक गाय का वध होता है। बता दें कि रकबर खान अपने एक साथी असलम के साथ दो गायों को लेकर हरियाणा स्थित अपने गांव जा रहा था, जब वह लालावंडी गांव से होकर गुजर रहा था तो कुछ अज्ञात लोगों के एक समूह ने गो तस्कर के संदेह में उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। खान को रामगढ़ के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 28 अगस्त को होनी है। याचिकाकर्ताओं ने पीठ के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए राजस्थान सरकार के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग की। वहीं कहा जा रहा है कि इस मामले में 5 पुलिसकर्मियों को निष्कासित भी कर दिया गया है।