प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देशवासियों से जनता कर्फ्यू लगाये जाने की अपील के बाद राजद ने इसका विरोध करने का ऐलान किया है. राजद विधायक व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी भोला यादव ने इस जनता कर्फ्यू को अघोषित आपातकाल बताते हुए कहा है कि कोरोना वायरस को रोकने में सरकार फेल है.
उन्होंने कहा है कि इस महामारी से बचाव और इससे उबरने की कोई तैयारी नहीं है. इसलिए बाकी सवालो से बचने के लिए और ध्यान को भटकाने के लिए यह काम कर रही है. 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का राजद पुरजोर विरोध करता है.
उन्होंने कहा कि कोरोना एक बड़ी बीमारी और महामारी है, लेकिन कहीं भी कोई अस्पताल तैयार नहीं है. सेनेटाइजर भी किसी जगह उपलब्ध नहीं हैं. गांवों के स्वास्थ्य केंद्रों का तो और बुरा हाल है.
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सिर्फ सरकार प्रचार-प्रसार कर लोगों को डरा रही है लेकिन कोरोना से बचने के कोइ उपाय नहीं कर रही है.
उन्होंने दरभंगा के जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि वे सरकार को जल्द एक त्राहिमाम संदेश भेजें, ताकि इस महामारी के रोकने के सभी उपाय दरभंगा में सुनिश्चित किए जाएं.
भोला यादव ने प्रधानमंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि जनता कर्फ्यू से पहले लोगों के घरों तक अनाज मुहैया कराए सरकार. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा रोज मजदूरी कर खाने वाला परिवार आखिर खाएगा क्या? यह सरकार बताये. सरकार खाने पीने के सामन जनता को मुहैया करा दे फिर जनता कर्फ्यू लगा दे तब राजद समर्थन करेगी वर्ना इसका विरोध राजद करती रहेगी.