पटना, 27 मार्च; बिहार के भागलपुर में एक रैली के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में आरोपी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत के खिलाफ वारंट जारी की। इस मसले पर बिहार के मुख्यमंत्री को ललकारते हुए तेजस्वी यादव ने कहा है, 'अगर नीतीश कुमार के प्रशासन अरिजीत शाश्वत को पकड़ने में नाकाम है, तो उन्हें 24 घंटे का वक्त दिया जाए, वह उसको पकड़ कर लेते आएंगे।'
तेजस्वी यादव ने कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चार सिपाही के साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगा आरोपित फ़रार बेटे को पकड़ने की मुझे प्रशासनिक अनुमति दें। एक घंटे में घसीटकर नीतीश कुमार के नकारा प्रशासन को सौंप दूँगा। मेरा ये दावा है। लटर-पटर से शासन नहीं चलता। दंगा रोकने के लिए कलेजा होना चाहिए।'
अरिजीत के खिलाफ जिस मामले में एफआईआर दर्ज है और वारंट जारी हुआ वह घटना भागलपुर के नाथनगर इलाके में हुआ था। घटना 17 मार्च की है। एफआईआर में कहा गया था कि अरिजीत के नेतृत्व में भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से विक्रम संवत के पहले दिन नववर्ष को मनाने के लिए जुलूस निकाला गया था।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे का कहना है, 'मेरे बेटे पर दर्ज एफआईआर कागजों की बरबादी है। वह एक रद्दी से ज्यादा कुछ भी नहीं है। यह बस वहां के एक भ्रष्ट अफसर की साजिश है। मेरे बेटे ने कोई गलत काम नहीं किया है।' अरिजीत ने इस मामले में सरेंडर करने से साफ इंकार कर दिया है।