लालू प्रसाद यादव के करीबी राजद नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, सीबीआई कस सकती है शिकंजा

By एस पी सिन्हा | Published: August 26, 2022 08:07 PM2022-08-26T20:07:46+5:302022-08-26T20:07:46+5:30

सीबीआई के द्वारा की गई छापेमारी में जब्त दस्तावेजों के आधार पर इन नेताओं को दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में बुलाकर पूछताछ की जा सकती है। 

RJD leaders close to Lalu Prasad Yadav may face problems, CBI may tighten the screws | लालू प्रसाद यादव के करीबी राजद नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, सीबीआई कस सकती है शिकंजा

लालू प्रसाद यादव के करीबी राजद नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, सीबीआई कस सकती है शिकंजा

Highlightsइस केस में लालू के पूर्व ओएसडी भोला यादव पिछले महीने गिरफ्तार हो चुके हैंसीबीआई ने पिछले ही दिनों राजद नेताओं के 30 ठिकानों पर छापेमारी की थी

पटना: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी राजद नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीबीआई के द्वारा की गई छापेमारी में जब्त दस्तावेजों के आधार पर इन नेताओं को दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में बुलाकर पूछताछ की जा सकती है। 

इनमें राजद से राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद, विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह, पूर्व विधान पार्षद सुबोध राय, ठेकेदार इंजीनियर सुनील समेत कई नेताओं के बुलाये जाने की चर्चा है। उल्लेखनीय है कि लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई ने राजद प्रमुख लालू यादव, उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, दो बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव, बेटा तेजस्वी यादव समेत अन्य लोगों को नामजद किया है। 

इस केस में लालू के पूर्व ओएसडी भोला यादव पिछले महीने गिरफ्तार हो चुके हैं। सीबीआई ने पिछले ही दिनों राजद नेताओं के 30 ठिकानों पर छापेमारी की थी। सुनील सिंह के दो बैंक लॉकरों को भी गुरुवार को खंगाला गया था। सूत्रों के अनुसार छापेमारी में जो दस्तावेज बरामद हुए हैं, उनकी छानबीन करने के बाद सीबीआई इन्हें पूछताछ के लिए बुला सकती है। 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जरूरत पड़ी तो इन्हें जल्द ही दिल्ली तलब किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान सीबीआई को कई पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं। 

बता दें कि आरोप के अनुसार लालू प्रसाद यादव जब 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे, तब रेलवे में बगैर विज्ञापन के ग्रुप डी के पदों पर लोगों को नौकरी दी गई थी। इसके बदले उनसे लालू परिवार और उनके करीबियों के नाम पर जमीन गिफ्ट कराई गई थी। सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, सांसद मीसा भारती, हेमा यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। 

इस मामले में पहले लालू परिवार के ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसके बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को गिरफ्तार कर उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई। सूत्रों की मानें तो राज्यसभा सांसद फैयाज अहमद के ठिकानों पर छापेमारी में सीबीआई ने कई दस्तावेज बरामद किए हैं। 

सीबीआई की टीम उन्हें अपने साथ दिल्ली ले गई है। इनकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावे विधान पार्षद सह राजद के कोषाध्यक्ष सुनील सिंह के ठिकाने से 2 लाख 69 हजार रुपए बरामद किए गए। इसके अलावा बिस्कोमान मीटिंग के एजेंडों की कॉपी बरामद की गई। जिसे सीबीआई अपने साथ ले गई। 

राजद विधान पार्षद के घर से क्रिप्टो करेंसी से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। इसके साथ कांति पैलेस अपार्टमेंट की कॉपी मिली है। सभी दस्तावेजों की छानबीन की जा रही है। सुनील सिंह के 10 बैंक लॉकर का भी खुलासा हुआ है। उनकी पत्नी वंदना सिंह का भी लॉकर है। सभी को फ्रीज कर दिया गया है।

Web Title: RJD leaders close to Lalu Prasad Yadav may face problems, CBI may tighten the screws

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