बिहार में राजद विधायक का सनातन धर्म विरोधी पोस्टर, 'मंदिर' को बताया मानसिक गुलामी का प्रतीक

By एस पी सिन्हा | Published: January 1, 2024 07:29 PM2024-01-01T19:29:46+5:302024-01-01T19:31:30+5:30

राजद के डेहरी से विधायक फतेह बहादुर सिंह के द्वारा लगाए गए इस पोस्टर उनकी तस्वीर भी है। इस पोस्टर में लिखा गया है कि मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है, जीवन में प्रकाश का मार्ग।

RJD anti-Sanatan Dharma poster in Bihar, called 'temple' a symbol of mental slavery | बिहार में राजद विधायक का सनातन धर्म विरोधी पोस्टर, 'मंदिर' को बताया मानसिक गुलामी का प्रतीक

बिहार में राजद विधायक का सनातन धर्म विरोधी पोस्टर, 'मंदिर' को बताया मानसिक गुलामी का प्रतीक

Highlights राजद के डेहरी से विधायक फतेह बहादुर सिंह द्वारा लगाया गया विवादित पोस्टरयह पोस्टर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर लगाया गया हैजिसमें 'मंदिर' को मानसिक गुलामी का प्रतीक बताया गया है

पटना: बिहार में इन दिनों गर्मायी सियासत के बीच सनातन धर्म को लेकर अब पोस्टर लगाए जाने पर विवाद छिड़ता दिख रहा है। राबड़ी आवास के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें 'मंदिर' को मानसिक गुलामी का प्रतीक बताया गया है। इसमें सावित्रीबाई फुले का बयान दिया है। इसके साथ ही लालू यादव-राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव की तस्वीरें भी हैं।

राजद के डेहरी से विधायक फतेह बहादुर सिंह के द्वारा लगाए गए इस पोस्टर उनकी तस्वीर भी है। इस पोस्टर में लिखा गया है कि मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है, जीवन में प्रकाश का मार्ग। जब मंदिर में घंटी बजती है तो हमें संदेश देती है कि हम अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की और बढ़ रहे हैं। और जब स्कूल में घंटी बजती है तो यह संदेश मिलता है कि हम तर्कपूर्ण ज्ञान और वैज्ञानिकता व प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं। 

अब तय करना है कि आपको किसी और जाना चाहिए? यह लाइन सावित्रीबाई फुले का है। 3 जनवरी को सावित्री बाई फुले की जयंती है। जिसके लिए राजद कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाई गई है। इस पोस्टर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की फोटो के साथ ही कई महापुरुषों की भी फोटो लगाई है। सावित्री बाई फुले की फोटो मध्य में है और बुद्ध, सम्राट अशोक, कबीर, रैदास, कर्पूरी ठाकुर, जगदेव प्रसाद, फातिमा बीबी, अब्दुल कयूम अंसारी, ललई सिंह यादव, फूलन देवी, पेरियार व भीम राव अंबेडकर की फोटो कतार में लगाई गई है। 

उधर, इस मामले में जदयू के तरफ से पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा है कि जो हिंदू धर्म के खिलाफ बोलते हैं, उनको उस घर में नहीं जाना चाहिए जिस घर में घंटी बजती है और हिंदू देवी देवताओं की पूजा होती है। ऐसे लोगों को उस घर से वोट मांगने का भी अधिकार नहीं होना चाहिए। वहीं, भाजपा ने इस पोस्टर को लेकर पलटवार करते हुए कहा है कि ये जो इंडिया गठबंधन के लोग हैं, वे लगातार सनातन पर हमला और हिंदू धर्म को अपमानित करने का काम कर रहे हैं।

Web Title: RJD anti-Sanatan Dharma poster in Bihar, called 'temple' a symbol of mental slavery

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