नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख सीमा पर जारी तनाव के बीच सेवानिवृत एयर चीफ मार्शल आरके शर्मा ने कहा कि भारतीय सीमा की रक्षा करने में देश की वायुसेना सक्षम है। किसी भी परिस्थिति में जरूरी कार्रवाई के लिए वायु सेना ने तैयारी कर ली है।
इससे पहले वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने शनिवार को कहा कि भारत शांति स्थापित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है लेकिन गालवान घाटी में दिए गए "बलिदान" को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। वायुसेना प्रमुख ने हैदरबाद के नजदीक स्थित वायुसेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड में यह बात कही।
सर्वदलीय बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने ये कहा-
बता दें कि भारत-चीन सीमा पर तनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में करीब 20 पार्टी के नेता शामिल हुए थे।
बैठक में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, टीआरएस, जद (यू), बीजद, लोजपा, बसपा, शिवसेना और राकांपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष ने हिस्सा लिया। कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने सरकार से कहा है कि सीमा पर स्थिति के बारे में उसे पारदर्शी होना चाहिए।
कांग्रेस ने लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को ‘तुष्टीकरण’ करार देते शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने चीन के रुख को सही ठहराया है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने भारतीय सीमाओं का प्रभावी रूप से पुनर्रेंखाकन कर दिया है। उन्होंने चीन के रुख को सही ठहराया है और अपने विदेश मंत्री की बात को काट दिया है।’’
चीन के विदेश प्रवक्ता ने एक बार फिर ट्वीट कर गलवान घाटी को बताया अपना-
भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिजियान झाओ ने आज (शनिवार) एक के बाद एक 8 ट्वीट कर कहा है कि गलवान घाटी में दोनों देशों के सीमा में हुई झड़प के लिए भारतीय सेना जिम्मेदार है। यही नहीं अपने ट्वीट में चीन के विदेश मंत्रालय के विदेश प्रवक्ता ने 4 दिन में 5वीं बार दावा किया है कि गलवान घाटी पर चीन का अधिकार है।
इसके साथ ही चीन के विदेश प्रवक्ता ने कहा कि गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से में आता है। कई सालों से वहां चीनी गार्ड गश्त कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी निभाते हैं।