डेंगू से मौत के मामलों में जांच कराकर तय की जाएगी जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री
By भाषा | Published: August 30, 2021 07:49 PM2021-08-30T19:49:51+5:302021-08-30T19:49:51+5:30
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिरोजाबाद जिले में डेंगू से अब तक करीब 40 लोगों की मौत होने के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए सोमवार को कहा कि सर्विलांस टीम से जांच कराकर जिम्मेदारी तय की जाएगी। मुख्यमंत्री ने फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रहे डेंगू के मरीजों का हाल जानने और प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई तथा चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बच्चों की मौत की जांच लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की टीम तथा सर्विलांस टीम से कराई जाएगी ताकि इन मौतों का असल कारण पता लग सके। उन्होंने कहा कि लखनऊ से टीम लगातार इसकी निगरानी करेगी और शासन स्तर पर इसकी समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कुल मिलाकर अभी तक 32 बच्चों तथा सात वयस्क लोगों की बुखार से मौत हो चुकी है और हर मरीज के लिए सरकारी अस्पताल में ही इलाज उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे जनपद में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। योगी ने कहा कि कुछ लोगों के नमूनों की जांच किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ व राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान पुणे में कराई जाएगी जिससे मौत के कारणों का पता लग सके। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर उतरे और वहां से कार से स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में डेंगू से पीड़ित बच्चों से मिलने व उनके इलाज की व्यवस्था परखने पहुंचे। फिरोजाबाद जिले में डेंगू बुखार का कहर लगातार जारी है और पिछले करीब एक सप्ताह के दौरान रविवार तक इस बुखार से 41 लोगों की मौत की सूचना थी। सदर विधायक मनीष असीजा ने रविवार को कहा था कि उन्हें अब तक 41 लोगों की डेंगू से मौत की सूचना मिली है, जबकि कई लोग गंभीर स्थिति में हैं जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं। अस्पताल में पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने लगभग हर वार्ड में डेंगू से पीड़ित बच्चों का हाल जाना और चिकित्सकीय सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने सभागार में जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अपर निदेशक स्वास्थ्य व जनप्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श कर डेंगू से पीड़ित बच्चों के इलाज की समुचित व्यवस्था करने के बारे में आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद, मुख्यमंत्री कार से प्रभावित क्षेत्र सुदामा नगर के लिए रवाना हुए। इस दौरान सदर विधायक मनीष असीजा, शिकोहाबाद विधायक मुकेश वर्मा, महापौर नूतन राठौर एवं टूंडला विधायक प्रेमपाल शंखवार भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। इससे पूर्व, अस्पताल के रास्ते में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं को झंडे दिखाने से पहले ही हिरासत में ले लिया।
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