महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और तीन मंत्रियों को आवंटित किए गए आवास, जानिए कौन-कहां रहेगा?
By रामदीप मिश्रा | Published: December 2, 2019 02:10 PM2019-12-02T14:10:19+5:302019-12-02T14:18:26+5:30
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस को आधिकारिक निवास पर 'सागर' बंगला आवंटित किया गया है।
उद्धव ठाकरे नीत 'शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस' गठबंधन की 'महाराष्ट्र विकास आघाडी' सरकार बनने के बाद अब मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों को आवास आवंटित किए गए हैं। सोमवार (02 दिसंबर) को प्रदेश के प्रशासन ने आधिकारिक रूप से आवास आवंटित किए हैं। बता दें कि शनिवार को राज्य विधानसभा में शनिवार को 'महाराष्ट्र विकास आघाडी' ने अपना विश्वासमत हासिल कर लिया था।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे और मंत्रियों में छगन भुजबल, जयंत पाटिल तथा एकनाथ शिंदे को आधिकारिक आवास आवंटित किए गए। उद्धव ठाकरे को वर्षा, छगन भुजबल को रामटेक, जयंत पाटिल को सेवादन और एकनाथ शिंदे को रॉयल सेवासदन आवास आवंटित किया गया है।
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस को आधिकारिक निवास पर 'सागर' बंगला आवंटित किया गया है।
Maharashtra: Former Maharashtra CM and Leader of Opposition in Maharashtra Assembly, Devendra Fadnavis allotted 'Sagar' bungalow as official residence https://t.co/7pEm4nXBd3
— ANI (@ANI) December 2, 2019
आपको बता दें कि शनिवार को 288 सदस्यीय विधानसभा में विधायकों की गिनती शुरू होने से पहले बीजेपी अपने 105 विधायकों के साथ वॉकआउट कर गई थी। पार्टी ने कहा कि मंत्रियों को शपथ ग्रहण कराये जाने के गैर कानूनी तरीके और जिस तरीके से सदन का सत्र बुलाया गया, उसके खिलाफ यह बहिष्कार किया। कुल 169 विधायकों ने विश्वासमत के समर्थन में वोट डाला था।
गौरतलब है कि 21 अक्टूबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी 105 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। वहीं, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी।
चुनाव रिजल्ट आने के बाद प्रदेश में एक महीने से अधिक समय तक सरकार बनाने को लेकर खींचतान जारी रही थी। बीजेपी और शिवसेना के बीच 50-50 फॉर्मूले को लेकर पेच फंस गया और दोनों दलों का गठबंधन टूट गया। इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी के साथ हाथ मिलाया और दोनों पार्टियों ने कांग्रेस को मनाया और राज्य में सरकार बनाई।