नई दिल्लीः ब्रिटेन के विदेश सचिव डोमिनिक रॉब ने नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। ब्रिटेन के विदेश मंत्री रॉब ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
डाउनिंग स्ट्रीट ने मंगलवार को घोषणा की कि जॉनसन एक महत्वपूर्ण रणनीतिक संबंध को मजबूत करने के लिए जनवरी 2021 में भारत की यात्रा करेंगे, जो कार्यालय संभालने के बाद से अपनी पहली प्रमुख द्विपक्षीय यात्रा के हिस्से के रूप में यूके में नौकरियों और निवेश का समर्थन करता है और यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के प्रस्थान के बाद पहली बार है।
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि हमारे संबंधों को मजबूत करने को लेकर आज हमारे बीच चर्चा हुई। हमने आज पांच विस्तृत थीम पर चर्चा की, जो लोगों को जोड़ना, व्यापार और समृद्धि, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य है।
'ग्लोबल ब्रिटेन' के लिए एक महत्वपूर्ण
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि यात्रा 'ग्लोबल ब्रिटेन' के लिए एक महत्वपूर्ण है, जब यूके जी 7 लीडर्स मीटिंग और COP26 समिट्स और साथ ही साथ स्कूल में लड़कियों और एक इवेंट में एक वैश्विक शिक्षा सम्मेलन का आयोजन करेगा।
गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने के निमंत्रण को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन द्वारा स्वीकार करने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘‘ यह भारत ब्रिटेन संबंधों के नये युग की शुरुआत का प्रतीक होगा। ’’ इससे पहले मंगलवार को भारत यात्रा पर आए ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुलाकात की।
एस जयशंकर ने कहा कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब के साथ वार्ता में भारत एवं ब्रिटेन के संबंधों को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। हमने अफगानिस्तान के हालात और खाड़ी देशों एवं हिंद-प्रशांत क्षेत्र संबंधी गतिविधियों की समीक्षा की।
हम भारत के साथ आर्थिक संबंध मजबूत करना चाहते हैं
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब ने जयशंकर के साथ बातचीत के बाद कहा कि हम भारत के साथ आर्थिक संबंध मजबूत करना चाहते हैं। आतंकवाद और कट्टरवाद के कारण पैदा हुई चुनौतियों पर चर्चा की, जो साझा चिंताएं हैं। यह महत्वपूर्ण है कि भारत और ब्रिटेन कोविड-19 के बाद आर्थिक रूप से पटरी पर लौटने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए गठजोड़ को मजबूत करें।
इस दौरान उन्होंने व्यापार, रक्षा, शिक्षा, पर्यावरण और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को लेकर वार्ता की। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता भी हुई। रॉब ऐसे समय में भारत यात्रा पर यहां आएं हैं, जब ब्रिटेन ब्रेक्जिट के बाद व्यापार समझौता करने के लिए यूरोपीय संघ के साथ जटिल वार्ता कर रहा है।
रॉब 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक की भारत यात्रा पर आए हैं
रॉब 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक की भारत यात्रा पर आए हैं। बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संवाददाताओं को बताया कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब के साथ वार्ता में भारत एवं ब्रिटेन के संबंधों को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अफगानिस्तान के हालात और खाड़ी देशों एवं हिंद-प्रशांत क्षेत्र संबंधी गतिविधियों की समीक्षा की । ’’
जयशंकर ने कहा, ‘‘ आतंकवाद और कट्टरवाद के कारण पैदा हुई चुनौतियों पर चर्चा की गई, जो साझा चिंताएं हैं । ’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद आर्थिक सुधार की गति तेज करने के लिये भारत-ब्रिटेन के बीच गठजोड़ महत्वपूर्ण है। वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक ने कहा ‘‘ हम भारत के साथ आर्थिक संबंध मजबूत करना चाहते है । ’’
ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि दोनों पक्ष समग्र द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए 10 साल का खाका तैयार करने पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि राब की यात्रा से दोनों देशों के बीच कोविड-19 और ब्रेक्जिट के बाद के परिदृश्य में कारोबार, रक्षा, जलवायु, आवागमन, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में गठजोड़ और भी मजबूत होने का मार्ग प्रशस्त होगा।
राब अपनी यात्रा के दौरान वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ भी बैठक करेंगे। वह बेंगलुरू भी जायेंगे, जहां वह 17 दिसंबर को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से मुलाकात करेंगे।