जम्मू: कहा तो यही जाता है कि जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं पर कश्मीरियों के लिए यह पंक्तियां कई बार मायने रखतीं नजर नहीं आती। दअरसल, पिछले 30 सालों में जहां पहले कर्फ्यू, सख्त पाबंधियां जोड़ियों को नहीं मिलने देती थीं अब कोरोना भी इसमें कूद पड़ा है।
हालांकि श्रीनगर के उपायुक्त ने इन जोड़ियों को राहत देते हुए ‘शादी पास’ की आनलाइन अनुमति देने की कवायद आरंभ की है तो कश्मीरियों को राहत का अहसास हुआ है।
श्रीनगर के डीसी एजाज असद ने इसके प्रति बकायदा ट्विट भी किया था जिसमें उनका भी कहना है कि जोड़ियां तो स्वर्ग में ही बनती हैं न कि डीसी आफिस में। अतः कोरोना को उसे रोकने का कोई हक नहीं है।
दरअसल कश्मीर में अब शादियों का मौसम आरंभ हो चुका है। कई लोगों ने इसे आगे कुछ महीनों के लिए टाल दिया है पर जो टालना नहीं चाहते वे पिछले कई दिनों से डीसी आफिस के चक्कर काट रहे थे। उन्हें राहत देते हुए अब डीसी ने ‘शादी पास’ की आनलाइन सुविधा मुहैया करवा दी है।
पिछले कुछ दिनों से श्रीनगर के डीसी आफिस में इमरजेंसी सर्विस के लिए कोरोना कर्फ्यू पास लेने वाले कम ही नजर आते थे और ज्यादातर शादियों को संपन्न करवाने की अनुमति पाने के लिए भटकते नजर आए थे।
उनके लिए ‘शादी पास’ की आनलाइन सुविधा मुहैया करवाते हुए डीसी का कहना है कि स्थानीय पुलिस स्टेशनों को इन आयोजनों के प्रति अवगत करवाना जरूरी होगा ताकि कोरोना लाकडाउन की शर्तों का पालन किया जा सके और शादी समारोह में कोई रंग में भंग भी न पड़ सके।
पिछले महीने जम्मू में होने वाली ऐसी शादियों के लिए सिर्फ शादी के कार्ड को ही कर्फ्यू पास मान कर अनुमति दे दी गई थी। अब जम्मू में शादियों के मुहुर्त समाप्त हो चुके हैं और कश्मीर में शादियों का सीजन आरंभ हो चुका है।