महागठबंधन में सीट बंटवारा को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि एक दिन में हो जाएगा, अभी नामांकन वापसी का समय बचा हुआ है
By एस पी सिन्हा | Updated: October 18, 2025 15:27 IST2025-10-18T15:27:42+5:302025-10-18T15:27:42+5:30
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि महागठबंधन में सीट बंटवारा एक दिन में हो जाएगा। राजद और कांग्रेस के प्रत्याशियों के आमने-सामने कुछ सीटों पर लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी नामांकन वापसी का समय बचा हुआ है।

महागठबंधन में सीट बंटवारा को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि एक दिन में हो जाएगा, अभी नामांकन वापसी का समय बचा हुआ है
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीटों की गांठ उलझती जा रही है। कई सीटों राजद, कांग्रेस और लेफ्ट के उम्मीदवार आमने-सामने हो गए हैं। कांग्रेस के अंदर भी टिकट बंटवारे पर घमासान छिड़ गया है। इस बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि महागठबंधन में सीट बंटवारा एक दिन में हो जाएगा। राजद और कांग्रेस के प्रत्याशियों के आमने-सामने कुछ सीटों पर लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी नामांकन वापसी का समय बचा हुआ है।
उन्होंने विपक्षी गठबंधन में घटक दलों के बीच सीटों पर किसी भी तरह के गतिरोध से इनकार किया। तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री के चेहरा मानने के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सही समय पर इसका जवाब मिल जाएगा। पवन खेड़ा ने कहा कि बेरोजगारी, पेपर लीक और महिला सुरक्षा तीन अहम मुद्दे हैं।
उनसे जब तेजस्वी यादव के उस बयान पर सवाल किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि हर परिवार को एक सरकारी नौकरी मिलेगी। आंकड़ों को गिनाते हुए जब उनसे पूछा गया कि ढाई करोड़ नौकरियों के लिए बजट कहां से आएगा तो पवन खेड़ा ने कहा कि आप 1 रुपये में अडानी को जमीन देना बंद कर दीजिए फिर पैसे की बात करिए।
उन्होंने कहा कि हमें पता है कि पैसा कहां से जनरेट करना है और कहां खर्च करना है? भाजपा का दफ्तर बनाने के लिए अगर आपको जमीन चाहिए तो आप अडानी से ले लीजिए, लेकिन कम से कम अडानी को तो मत दीजिए। क्या राज्य के संसाधन सब्सिडी करके 1 रुपये में हमारी किसी सरकार को दिए? उन्होंने कहा कि ना तो मुझे अडानी से नफरत है और ना ही अंबानी से। मुझे इस देश से मोहब्बत है।
पवन खेड़ा ने कहा कि उद्योगपतियो को काम मिलना चाहिए। लेकिन 1 रुपये में किसी ने एक हजार एकड़ जमीन दी हो तो बताइए। हर उद्योगपति का हक है कि वह कहीं भी जाकर काम करे और सरकारों को काम है कि उसे काम करने दे। लेकिन एक रुपये में हजारों एकड़ जमीन दे दो और फिर कहोगे कि तेजस्वी पैसे कहां से लाएगा?
पवन खेड़ा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि चुनाव के ऐलान के लिए बैंक खुलने का इंतजार किया गया। जिन खातों में पैसा जाना था गया फिर जाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। आप समझ लीजिए, किस तरह की सरकार चल रही है? लोगों को मालूम है कि जो मिल रहा है उनका हक है और पहले ही मिल जाना चाहिए था। बिहार के लोग समझते हैं कि महाराष्ट्र में योजनाओं का क्या हाल है? ये सब केवल चुनाव की योजनाएं हैं।