दिग्विजय की जीत के लिए लाल मिर्च का हवन, स्वामी वैराग्यानंद ने बोले- हारे, तो ले लूंगा जलसमाधी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: May 1, 2019 05:35 IST2019-05-01T05:35:08+5:302019-05-01T05:35:08+5:30
निरजंनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्यानंद ने दिग्विजय की जीत का दावा करते हुए कहा कि अगर वे नहीं जीते तो मैं जल समाधी ले लूंगा. उन्होंने 5 मई को 5 क्विंटल लाल मिर्च का हवन करने की बात भी कही है.

दिग्विजय की जीत के लिए लाल मिर्च का हवन, स्वामी वैराग्यानंद ने बोले- हारे, तो ले लूंगा जलसमाधी
मध्यप्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में साधु-संत मैदान में उतर रहे हैं. 5 मई के बाद राजधानी में हजारों की संख्या में साधु संत उनके समर्थन में जनसंपर्क करेंगे. वहीं निरजंनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्यानंद ने दिग्विजय की जीत का दावा करते हुए कहा कि अगर वे नहीं जीते तो मैं जल समाधी ले लूंगा. उन्होंने 5 मई को 5 क्विंटल लाल मिर्च का हवन करने की बात भी कही है.
राजधानी भोपाल संसदीय सीट पर भाजपा द्वारा साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को मैदान में उतारने के बाद अब साधु-संत समाज प्रज्ञा के खिलाफ मोर्चा खोलता नजर आ रहा है. कम्प्यूटर बाबा के बाद अब निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्यानंद राजधानी पहुंचे हैं. उन्होंने दावा किया है कि दिग्विजय सिंह की चुनाव में जीत होगी, अगर वे नहीं जीते तो वे स्वयं जल समाधी ले लेंगे. वैराग्यानंद ने कहा कि वे उनकी जीत के लिए 5 मई को 5 क्विंटल लाल मिर्च का हवन करेंगे. उनका दावा है कि इस दौरान किसी तरह की धांस नहीं आएगी.
उन्होंने कहा कि लाल कपड़े पहनने से कोई संत नहीं हो जाता है. दिग्विजय सिंह शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद के शिष्य हैं. उनके समर्थन में 20 हजार साधु संत भोपाल लोकसभा क्षेत्र में प्रचार करने घर-घर जाएंगे. दिग्वजय सिंह की जीत के साधु-संत समाज ने यह फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि आज राजनीति के जरिए सनातन धर्म को बांटा जा रहा है. धर्म के ऊपर कई लोग राजनीति करना चाहते हैं, मैं कहना चाहता हूं कि हिन्दुत्व के ऊपर राजनीति नहीं होगी, सनातन धर्म के ऊपर राजनीति नहीं होगी और किसी को इस तरह की राजनीति करनी भी नहीं चाहिए. यहां उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व कम्प्यूटर बाबा ने भी भोपाल में मीडिया से चर्चा करते हुए हजारों की संख्या में साधु-संतों द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में जनसंपर्क अभियान चलाने की बात कही थी.