पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कभी नीतीश कुमार के बेदह करीबी रहे आरसीपी सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विपक्षी एकता के लिए किये जा रहे दिल्ली प्रवास को बेदम बताते हुए कहा कि कहीं कोई विपक्षी एकता नहीं है, सब दिखावा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो बिहार में खुद को बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में मौजूद हैं और आरसीपी सिंह ने मंगलवार को दिल्ली से पटना की रवानगी कर ली। अपने पूर्व नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी मंच बनाने की कोशिश को बोगस बताते हुए उनके प्रयासों को खारिज कर दिया।
पटना हवाईअड्डे पर आरसीपी सिंह ने कहा, "2024 के लिए विपक्षी एकता संभव ही नहीं है। बिहार के मुख्यमंत्री दिल्ली घूम रहे हैं और पूरा बिहार सूखे और बाढ़ से जूझ रहा है, यहां किसान तबाह हो रहा है और वो विपक्ष को एक करने गये हैं, ऐसा भी होता है कहीं।"
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक कभी नीतीश खेमे के महारथी माने जाने वाले जदयू और नीतीश कुमार से रिश्ते खत्म करने के बाद आरसीपी सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ कर रहे हैं। पटना एयरपोर्ट पर आरसीपी सिंह ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की देन है कि भारत अर्थव्यवस्था के मामले में 2021 के अंतिम तीन महीनों में यूके से आगे निकल कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
सिंह द्वारा प्रधानमंत्री की तारीफ किये जाने के बाद जब उनसे पूछा गया कि क्या कब भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इसके जवाब में आरसीपी सिंह ने कहा, "मेरे लिए सारे विकल्प खुले हुए हैं, विचार चल रहा है। समर्थकों से बात हो रही है, मिलजुल कर फैसला होगा।"
नीतीश कुमार के दिल्ली के सपने का उपहास करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा, “कल्पना कीजिए, आज नीतीश जी जिस महागठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं, उसके कुल 165 सदस्य हैं। उस आधार पर 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें 10 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी, लेकिन वो भी मिलेगा या नहीं उस पर भी संशय है। एक तरफ तो वो कहते हैं कि पीएम पद को लेकर उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है, दूसरी ओर उन्ही की पार्टी कह रही है वह विपक्षी एकता का चेहरा हैं। आखिर क्या सच है, समझ से परे है।”
आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा कि दिल्ली में विपक्ष एकता को बस बहाना है, दरअसल वो बिहार में तेजी से घट रही अपनी लोकप्रियता से ध्यान हटाने के लिए एक चाल चल रहे हैं। आज के समय में विपक्षी एकता तो पक्षियों की एकता है, सभी अलग-अलग दिशाओं में उड़ रहे हैं।
नीतीश कुमार के अलावा राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर भी हमला करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा “हर कोई जानता है कि वह किसके इशारे पर नाच रहे हैं। वो मेरे खिलाफ विधायिका और पार्टी की बैठकों में जिस अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे, उससे पता चलता है कि उनकी उम्र हो गई है और वो मानसिक संतुलन खो चुके हैं।”
आखिर में आरसीपी सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार ने बिहार के उस जनादेश के साथ धोखा किया, जो जनता ने उन्हें बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए दिया था, लेकिन नीतीश जी ने सत्ता के लोभ में अपने राजनैतिक जीवन को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसकी कीमत उन्हें खुद ही चुकानी होगी।"