सस्ता लोन, EMI पर 3 महीने की छूट, RBI ने कोरोना से निपटने के लिए दी आर्थिक राहत, जानें 10 बड़ी बातें
By पल्लवी कुमारी | Published: March 27, 2020 12:15 PM2020-03-27T12:15:54+5:302020-03-27T12:15:54+5:30
देश में कोरोना के केस बढ़कर 724 हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 17 लोगों की मौत हुई है और 66 लोग ठीक हो गए हैं।
मुंबई: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के बीच रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था में नकदी प्रवाह बढ़ाने और कर्ज सस्ता करने के लिये रेपो रेट, नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) रिवर्स रेपो दर में बड़ी कटौती की घोषणा की है। आरबीआई (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास ने कोरोना वायरस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए ये बड़ी जानकारी दी है। रिजर्व बैंक ने यह कदम सरकार की तरफ से 26 मार्च को गरीबों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिये 1.70 लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज घोषित किये जाने के एक दिन बाद उठाया है। रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति की तीन दिवसीय समिति की बैठक के बाद शु्क्रवार को रेपो दर में .75 प्रतिशत की कटौती कर दी। इस कटौती के बाद रेपो दर 4.40 प्रतिशत पर आ गई। इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर में भी .90 प्रतिशत की कटौती कर इसे 4 प्रतिशत पर ला दिया।
RBI Key highlights जानें कोरोना महामारी के देश को उभारने के लिए RBI ने क्या-क्या ऐलान किए?
1. आरबीआई ने रेपो रेट 75 बेसिस पॉइंट घटाया गया है, यानी 5.15 से घटाकर 4.45 की गई है।
2. आरबीआई (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, सभी कमर्शल बैंकों को ब्याज और कर्ज अदा करने में 3 महीने की छूट दी जा रही है। इससे तीन महीने तक लोगों को ईएमआई के भुगतान से राहत मिल गई है।
3. आरबीआई गवर्नर ने कहा, कोरोना वायरस की वजह से कैश फ्लो में आई चुनौती से निपटने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
4. आरबीआई गवर्नर ने कहा, कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में 100 बेसिस पॉइंट की कटौती करके 3 प्रतिशत कर दिया गया है। यह एक साल तक की अवधि के लिए किया गया है। यह 28 मार्च से शुरू हो रही फोर्टनाइट से लागू, एक साल के लिए है।
5. आरबीआई गवर्नर ने कहास इन तमाम उपायों से अर्थव्यवस्था में 3.74 लाख करोड़ रुपये की नकदी बढ़ने का अनुमान है। कार्यशील पूंजी पर ब्याज भुगतान नहीं किये जाने को चूक (डिफॉल्ट) नहीं माना जाएगा, इससे कर्जदार की रेटिंग (क्रेडिट हिस्ट्री) पर असर नहीं पड़ेगा।
6. आरबीआई गवर्नर ने कहा, मौद्रिक नीति समिति की बैठक पहले अप्रैल के प्रथम सप्ताह में होनी थी लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुये इसे 25 से 27 मार्च के बीच कर दिया गया।
7. सीआरआर में 100 बीपीएस की कटौती, इससे बाजार में 1.37 लाख करोड़ रुपये आएंगे।
8. रिवर्स रेपो रेट 90 बीपीएस घटाकर 4 पर्सेंट घटा दिया गया है ताकि बैंकों के लिए इसे अनाकर्षित करने के लिए किया गया है।
9. रिजर्व बैंक ने बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में भी एक प्रतिशत की कमी की है जो कि घटकर तीन प्रतिशत रह गई।
10. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक मिशन में रहकर काम कर रहा है। मौजूदा परिस्थिति में जो भी जरूरी होगा रिजर्व बैंक वह कदम उठायेगा।