भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं के बयान आने लगे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने उर्जित पटेल के इस्तीफा देने के बाद कहा कि डॉ. उर्जित पटेल मैक्रो-इकोनॉमिक मुद्दों की गहरी और अंतर्दृष्टि समझ रखने के साथ ही एक बहुत ही उच्च क्षमता वाले अर्थशास्त्री हैं। उन्होंने बैंकिंग प्रणाली को अराजकता से बाहर निकाला। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि वह अपने पीछे महान विरासत छोड़ रहे हैं। वह बहुत याद आएंगे। उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी अपना बयान दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि उर्जित पटेल ने बैंकिंग प्रणाली को अराजकता से निकाला और अनुशासन सुनिश्चित किया। साथ ही कहा कि उर्जित पटेल के नेतृत्व में रिजर्व बैंक ने वित्तीय मोर्चे पर स्थिरता कायम की। उन्होंने कहा कि उर्जित पटेल पूरी तरह पेशेवर और निष्कलंक हैं।
वहीं, वित्त मंत्री ने उर्जित पटेल की काम की सराहना करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।
सोमवार को भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के पीछे अपने निजी कारणों का हवाला दिया है। पटेल ने इस्तीफा देने की वजह निजी कारणों को बताया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा मैं अपने व्यक्तिगत कारणों से अपने वर्तमान पद (आरबीआई गवर्नर) से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा 'भारतीय रिजर्व बैंक में काम करना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात रही है।
उन्होंने कहा काम करने के दौरान 'आरबीआई के अधिकारियों, प्रबंधन और स्टाफ का भरपूर सहयोग मिला। मैं आरबीआई बोर्ड के सभी निदेशकों और सहकर्मियों का शुक्रिया अदा करता हूं।'
गौरतलब है कि उर्जित पटेल इस कदम से आरबीआई की स्वायत्ता पर भी असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। पिछले कुछ दिनों से उर्जित पटेल और केंद्र सरकार के बीच काफी मतभेद चल रहा था। उर्जित पटेल रघुराम राजन की जगह भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर बनाये गये थे। उर्जित पटेल के कार्यकाल में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी।
(भाषा इनपुट के साथ)