अगर बलात्कार पीड़िता ने बदला बयान तो उसके खिलाफ भी चलेगा मुकदमाः सुप्रीम कोर्ट

By आदित्य द्विवेदी | Updated: September 30, 2018 11:10 IST2018-09-30T11:10:01+5:302018-09-30T11:10:01+5:30

न्यायिक प्रक्रिया का मजाक बनाने वाले मामलों पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। अगर आरोपी को बचाने के लिए बलात्कार पीड़िता अपना बयान बदलती है तो कोर्ट चुप नहीं बैठेगा। पीड़िता के खिलाफ भी दर्ज होगा मुकदमा।

rape victim can prosecuted if he turned statement during trial says supreme court | अगर बलात्कार पीड़िता ने बदला बयान तो उसके खिलाफ भी चलेगा मुकदमाः सुप्रीम कोर्ट

अगर बलात्कार पीड़िता ने बदला बयान तो उसके खिलाफ भी चलेगा मुकदमाः सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली, 30 सितंबरःसुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि अगर बलात्कार मामले की सुनवाई के दौरान पीड़िता समझौता करती है और आरोपी को बचाने के लिए बयान बदलती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। रेप पीड़िता के खिलाफ भी मुकदमा चलाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों की बेंच ने 14 साल पुराने एक मामले की सुनवाई करते हुए ये फैसला सुनाया। इस बेंच में जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस नवीन सिन्हा और जस्टिस केएम जोसेफ शामिल थे।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अदालत में सुनवाई का उद्देश्य सच को सामने लाना और न्याय दिलाना है। आरोपी या पीड़िता को अनुमति नहीं दी जा सकती कि वो झूठ बोलकर क्रिमिनल ट्रायल पलट दे और न्याय व्यवस्था का मजाक बनाए।

14 साल पुराने मामले में फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने 2004 के एक मामले में यह फैसला सुनाया है। उस वक्त पीड़िता महज 9 साल की थी। घटना की मुख्य गवाह पीड़िता की बड़ी बहन थी। उसी दिन पीड़िता का मेडिकल कराया जिसमें दुष्कर्म की बात सामने आई थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता ने शिनाख्त भी कर दी।

बयान से पलट गई पीड़िता

घटना के छह महीने बाद ही पीड़िता और मुख्य गवाह बलात्कार की बात से मुकर गई। उन्होंने कहा कि गिरने की वजह से चोट लगी है। ऐसे में ट्रायल कोर्ट ने आरोपी को बरी कर दिया लेकिन गुजरात हाई कोर्ट ने इस फैसले को पलट दिया। तमाम सबूतों के आधार हाई कोर्ट ने आरोपी को दोषी करार दिया। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई थी।

सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी

सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करने के बाद कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पीड़िता को बयान पलटने पर मजबूर किया गया। बेंच ने टिप्पणी करते हुए कहा, 'अगर कोई न्यायिक प्रक्रिया को पलटने का प्रयास करता है कोर्ट चुप नहीं बैठेगा। अगर पीड़िता बयान बदलती है तो उसके खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाएगा। हालांकि यह मामला 14 साल पुराना है इसलिए पीड़िता को छोड़ा जा रहा है।'

English summary :
Supreme Court has clarified that if the rape victim compromises with accused during the hearing of the rape case and changes statement to save the accused, then the victim will not be spared. The case can also be tried against rape victim. The Bench of three judges in the Supreme Court gave this verdict while hearing a case which was 14 years old. The bench included Justices Ranjan Gogoi, Navin Sinha and KM Joseph.


Web Title: rape victim can prosecuted if he turned statement during trial says supreme court

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे