सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर रंजीत सिन्हा का निधन हो गया है। उन्होंने शुक्रवार तड़के करीब 4.30 बजे अंतिम सांस ली। वे 68 साल के थे। वे 1974 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। दिसंबर 2012 से दिसंबर 2014 तक वे सीबीआई के डायरेक्टर पद पर रहे।
न्यूज एएनआई के अनुसार रंजीत सिन्हा कोरोना संक्रमित भी हो गए थे। उनकी कोविड जांच की रिपोर्ट कल ही आई थी और ये बात पता चली कि वे संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।
बिहार कैडर के 1974 बैच के अधिकारी सिन्हा ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) और रेलवे सुरक्षा बल का नेतृत्व किया था। 2012 में सीबीआई प्रमुख बनने से पहले उन्होंने पटना एवं दिल्ली में सीबीआई में वरिष्ठ पदों पर जिम्मेदारियां भी निभाई थी।
रंजीत सिन्हा का विवादों से भी नाता रहा था। सीबीआई ने ही उनके खिलाफ 2017 में भ्रष्टाचार के एक मामले में केस भी दर्ज किया था। उनपर आरोप था कि उन्होंने सीबीआई डायरेक्टर के पद पर रहते हुए कोयला आवंटन घोटाले की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी।
इस आरोप पर जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया था। इस आदेश के तीन महीने बाद सीबीआई ने सिन्हा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दरअसल, सीबीआई निदेशक रहते हुए उन्होंने अपने आवास पर कोयला आवंटन के कुछ आरोपियों से मुलाकात की थी, जिस पर विवाद पैदा हो गया था।
रंजीत सिन्हा के सीबीआई में बतौर डायरेक्टर कार्यकाल के दौरान ही सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को 'पिंजड़े में बंद तोते' वाली टिप्पणी भी की थी।