नई दिल्ली: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रमेश बिधूड़ी की संसद में की गई टिप्पणी को गलत बताकर निंदा की है। साथ ही लोकसभा अध्यक्ष से मांग भी की है कि बीएसपी सांसद दानिश अली के द्वारा बोले गए अमर्यादित शब्दों एवं आचरण की भी जांच होनी चाहिए।
निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया साइट एक्स के जरिए कहा कि लोकसभा में रमेश बिधूड़ी द्वारा दिया गया बयान किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने बसपा के अमरोहा से सांसद को भी दोषी ठहराते हुए कहा कि किसी जनप्रतिनिधि को लोकसभा की नियम प्रक्रियाओं के तहत किसी सांसद को उसके निर्धारित समय के बीच टोकना सही नहीं है। इसके अलावा निशिकांत ने दानिश पर आरोप लगाते हुए कहा कि बैठे-बैठे लगातार सदन में बोलते रहने और रनिंग कमेंट्री करते जाना भी सजा के दायरे में आता है।
गोड्डा से भाजपा सांसद ने कहा कि उन्हें संसद में सदस्य बने हुए 15 साल हो गए हैं और वो लोकसभा के खुलने से लेकर बंद होने के समय तक सदन में ही रहते हैं। सांसद ने आगे कहा कि ऐसा दिन देखने को मिलेगा उन्होंने सोचा भी नहीं था।
बता दें कि रमेश बिधुड़ी के संसद में दिए बयान पर विपक्षी पार्टियों के मच रहे हो- हल्ला पर भाजपा ने भी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है। बीते शुक्रवार को रमेश बिधुड़ी के बयान आने के बाद खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खेद जताया था।
इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश से बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि अगर रमेश बिधूड़ी पर कोई कार्यवाई नहीं होती है तो वो संसद में अपनी सदस्यता को खत्म कराने के लिए त्यागपत्र सौंप सकते हैं। दानिश ने कहा था कि यह देश के लिए शर्मिंदा करने वाली बात है और हम देखेंगे कि भाजपा अपने सदस्य पर कार्यवाई करती है या उन्हें प्रमोट करेगी।