रामविलास पासवान ने अब अपने छोटे भाई के बेटे प्रिंस राज को सौंपी बिहार लोजपा की कमान
By एस पी सिन्हा | Published: October 26, 2019 06:11 AM2019-10-26T06:11:16+5:302019-10-26T06:11:16+5:30
पटना में शुक्रवार को बुलाई गई लोजपा के सभी जिलाध्यक्षों, पार्टी के सभी संसदों और सभी पदाधिकारियों की बैठक में चिराग पासवान इस बात की घोषणा की. इस मौके पर चिराग ने कहा कि प्रिंस राज में लोजपा को संभालने की पूरी काबिलियत है.
बिहार के समस्तीपुर लोकसभा का उप चुनाव जीताकर जनता ने प्रिंस राज को दीपावली को तोहफा तो दे ही दिया था कि शुक्रवार को उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी ने भी उन्हें दिवाली का बंपर गिफ्ट दिया. पार्टी ने उन्हें बड़ा तोहफा देते हुए उनके बड़े भाई और लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने बिहार प्रदेश लोक जनशक्ति पार्टी की कमान सौंप दी और उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की.
उल्लेखनीय है कि पटना में शुक्रवार को बुलाई गई लोजपा के सभी जिलाध्यक्षों, पार्टी के सभी संसदों और सभी पदाधिकारियों की बैठक में चिराग पासवान इस बात की घोषणा की. इस मौके पर चिराग ने कहा कि प्रिंस राज में लोजपा को संभालने की पूरी काबिलियत है.
वहीं, प्रिंस राज को बिहार लोजपा का नया अध्यक्ष बनाने के साथ बिहार युवा लोजपा की कमान चंदन सिंह को दी गई है. वहीं वीणा सिंह लोजपा की महिला विंग की अध्यक्ष बनाई गई हैं. इसके अलवा भी पार्टी में कई अन्य को भी नई जिम्मेदारियां दिए जाने की घोषणा की गई है.
नवादा से सांसद चंदन सिंह को बिहार युवा लोजपा अध्यक्ष बनाया गया जबकि वैशाली से सांसद वीणा देवी को बिहार महिला लोजपा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं, अशरफ अंसारी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं.
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए प्रिंस राज ने कहा कि जो जिम्मेदारी मिली है उसे बखूबी निभाएंगे. प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी बडी जिम्मेदारी है. अध्यक्ष बनने के साथ ही प्रिंस राज ने बडी घोषणा करते हुए सभी जिलाध्यक्षों को फिर से बहाल कर दिया है. इस मौके पर भावुक होते हुए उन्होंने बड़े भाई चिराग पासवान के बारे में कहा कि उन्होंने बड़े भाई की भूमिका निभाने के साथ पिता का भी दायित्व निभाया. वे हर कदम पर मेरे साथ रहे.
बताया जाता है कि दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र पासवान के निधन के बाद से ही पार्टी ने यह तैयारी शुरू कर दी थी. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को पार्टी प्रमुख राम विलास पासवान ने दलित सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष का प्रभार चिराग पासवान को सौंपा गया. लेकिन उसी वक्त यह बात तय हो गई थी कि प्रिंस अगर पिता की सीट से लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं तो उन्हें प्रदेश अध्क्ष की कमान सौंप दी जाएगी.