केन्द्रीय मंत्री और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के खिलाफ उनकी बेटी आशा पासवान ने मोर्चा खोल दिया है। पासवान के अंगूठा छाप वाले बयान को लेकर खुद उनकी अपनी बेटी ही पटना में धरना-प्रदर्शन पर बैठ गई। रामविलास की बेटी आशा पासवान को इस विरोध प्रदर्शन में राजद की महिला विंग का भी साथ मिला है।
आशा पासवान राबडी देवी पर दिये गये बयान के विरोध में गर्दनीबाग में धरना पर बैठ गई हैं। आशा पासवान ने साफ तौर पर कहा है कि पापा ने पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के लेकर जो बयान दिया है उस पर उन्हें माफी मांगना चाहिए। ऐसा बयान महिलाओं को अपमानित करने वाला है। इससे पहले आशा पासवान ने पिता द्वारा राबडी देवी पर की गयी टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए माफी की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि रामविलास पासवान ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राजग नीत केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लोगों को 10 फीसदी आरक्षण का विरोध करने को लेकर राजद पर निशाना साधा था। पासवान ने बिना नाम लिये कहा था कि- वे (राजद) सिर्फ नारेबाजी करते हैं और एक अंगूठा छाप को मुख्यमंत्री बनाते हैं। 1997 में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने चारा घोटाला के मामले में गिरफ्तारी का सामना करने पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए अपनी पत्नी राबडी देवी को मुख्यमंत्री बनाया था, जिन्होंने कम औपचारिक शिक्षा प्राप्त की है।
वहीं, अंगूठा छाप वाले बयान पर चिराग पासवान ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। चिराग ने कहा कि आशा पासवान हमारे परिवार की सदस्य हैं और हम पारिवारिक मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।