रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर कई राज्य में हिंसा, सीएम नीतीश बोले-धर्म के नाम पर गड़बड़ी कैसे कर सकते हैं?
By एस पी सिन्हा | Published: April 18, 2022 06:24 PM2022-04-18T18:24:57+5:302022-04-18T18:25:54+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यहां सभी धर्मों को अपने अपने मुताबिक काम करने की इजाजत है. हमारा देश धर्मनिरपेक्ष और मजहबी आधार पर लोगों को यह अधिकार मिला हुआ है.
पटनाः देश के अलग-अलग हिस्सों में रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चिंता जताई है. जनता दरबार कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि धर्म के नाम पर गड़बड़ी फैलाना ठीक नहीं है.
जो लोग पूजा करते हैं, वह गड़बड़ी कैसे कर सकते हैं? अगर कोई गड़बड़ी करता है, तो वह पूजा पाठ करने वाला व्यक्ति नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि धर्म में विवाद के लिए कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि धर्म में तालमेल का होना बेहद जरूरी है. विवाद के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
बिहार इस मामले में उदाहरण रहा है. नीतीश कुमार ने कहा कि यहां सभी धर्मों को अपने अपने मुताबिक काम करने की इजाजत है. हमारा देश धर्मनिरपेक्ष और मजहबी आधार पर लोगों को यह अधिकार मिला हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में इन सब बातों को हम जगह ही नहीं देते बिहार में माहौल एकदम शांतिपूर्ण है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2006 के पहले बिहार में क्या होता था यह सबको मालूम है. लेकिन आज ऐसी कोई भी घटना बिहार में नहीं होती. नीतीश कुमार ने कहा कि आज जो लोग विपक्ष में बैठे हैं, वह भले ही सवाल कर लें. लेकिन उनको भी मालूम है कि उनके शासन में रहते बिहार में क्या कुछ हुआ है.
उनके मंत्रिमंडल के कुछ सहयोगियों के बयान को लेकर पूछे गये सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि अगर कोई ऐसा बयान देता है, तो मुझे बता दीजिए. मैं सीधे फोन पर पूछ लूंगा. उन्होंने कहा कि भूलवश कोई ऐसा बयान दे सकता है, लेकिन मैंने अपने सभी सहयोगियों को स्पष्ट कर रखा है कि कोई विवादित बयान ना दें.
हाल ही में एक लोकसभा और चार विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के नतीजे घोषित हुए हैं. इन राज्यों में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत सकी. इस बावत जब पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उपचुनाव का कोई बहुत मतलब नहीं होता है. कोई उपचुनाव जीतकर सोचता है कि बहुत बड़ी बात हो गई, तो इसका कोई मतलब नहीं है. यह मामूली चीज है.