राम जेठमलानी का निधन: अरुण जेटली के खिलाफ मानहानि केस लड़ा, केजरीवाल को थमा दिए 3.42 करोड़ का बिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 8, 2019 11:00 AM2019-09-08T11:00:09+5:302019-09-08T11:00:09+5:30
साल 2017 में जेठमलानी ने अरुण जेटली और अरविंद केजरीवाल मानहानि केस लड़ा था। जेठमलानी केजरीवाल की तरफ से एक केस लड़ रहे थे। इस केस में फीस को लेकर उनका केजरीवाल से कुछ आरोप-प्रत्यारोप भी हुआ था।
देश के मशहूर वकील राम जेठमलानी का रविवार (8 सितंबर) को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 95 साल के जेठमलानी का नाम भारत के सबसे महंगे वकीलों में शुमार था। राम जेठमलानी अपनी एक सुनवाई के लिए 25 लाख और उससे ज्यादा फीस चार्ज करते हैं। वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक ये किसी केस की पैरवी के लिए एक तारीख पर जाने के बदले करोड़ रुपए तक की फीस लेते हैं।
साल 2017 में जेठमलानी ने अरुण जेटली और अरविंद केजरीवाल मानहानि केस लड़ा था। जेठमलानी केजरीवाल की तरफ से एक केस लड़ रहे थे। इस केस में फीस को लेकर उनका केजरीवाल से कुछ आरोप-प्रत्यारोप भी हुआ था। वकील जेठमलानी ने दिल्ली सरकार से अपनी फीस के तौर पर 3.42 करोड़ रुपये की मांग की थी। बता दें कि दिल्ली सरकार ने इसी साल फरवरी में जेठमलानी के 3.42 करोड़ फीस का भुगतान किया था।ॉ
जानिए क्या था पूरा मामला
जेटली ने दिसंबर 2015 में अरविंद केजरीवाल, राघव चड्ढ़ा सहित छह आप नेताओं पर मानहानि का केस किया था। केजरीवाल ने जेटली पर आरोप लगाया था कि उन्होंने दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष के 13 साल के कार्यकाल में कई वित्तीय गड़बडि़यां कीं। इस पर अरुण जेटली ने केजरीवाल पर 10 करोड़ मानहामि का केस दर्ज कराया था।
तब राम जेठमलानी आप नेताओं के बचाव में उतरे। उन्होंने कहा था जेटली अपने कथित मानहानि के लिए 10 करोड़ रुपये के दावे के हकदार नहीं हैं। हालांकि जेठमलानी ने ऐलान किया था कि वह केजरीवाल का केस मुफ्त में लड़ेंगे। राम जेठमलानी ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार या फिर अरविंद केजरीवाल फीस नहीं दे पाते हैं, मैं इस केस में मुफ्त में आऊंगा।
बताया जा रहा है कि राम जेठमलानी केजरीवाल के लिए 13 बार कोर्ट गए। इस तरह दिल्ली सरकार से उन्होंने कुल 3 करोड़ 86 लाख का भुगतान करने की मांग की थी।